दहशतगर्दों का निकाला जूलुस
मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले की नरसिंहगढ़ पुलिस ने थाने के सामने आतंक मचाने वाले असामाजिक तत्वों को पहले तुरंत हिरासत में लिया। फिर मंगलवार को न्यायालय में प्रस्तुत करने से पूर्व शहर में इनका जुलूस भी निकाला गया, जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, यह पूरा मामला नरसिंहगढ़ नगर में स्थित चोपड़ा हनुमान मंदिर की भूमि पर हो रहे कब्जे से जुड़ा हुआ है। इसमें मंदिर समिति के सदस्यों के द्वारा की गई शिकायत के पश्चात असामाजिक तत्वों ने मंदिर समिति के सदस्यों के साथ नरसिंहगढ़ थाने के सामने ही मारपीट कर डाली। आरोपियों को पुलिस ने तुरंत हिरासत में लिया और उनके विरुद्ध प्रकरण दर्ज करते मंगलवार को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करने से पूर्व आरोपियों का जुलूस भी निकाला गया, जिसमें आरोपी अपने स्वयं के मुख से ये कहते हुए नजर आए कि गुंडागर्दी पाप है और पुलिस हमारी बाप है।
दरअसल, मामले को लेकर बताया जा रहा है कि पिछले लगभग एक महीने से चोपड़ा हनुमान मंदिर परिसर के भूखंड पर तार फेसिंग का विवाद गर्माया हुआ था। दोनों पक्ष मामले को लेकर अपना-अपना दावा पेश कर रहे थे। इसी बीच मंदिर समिति के सदस्यों ने आरोप लगाए थे कि परिसर के भूखंड पर कब्जा करने वाले असामाजिक तत्वों के द्वार उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है, जिसको लेकर सोमवार को मंदिर समिति के सदस्य नरसिंहगढ़ थाने पर ज्ञापन देने के लिए पहुंचे थे। इन सदस्यों के थाने से बाहर निकलते ही उक्त मामले में लिप्त कुछ आरोपियों ने उन पर हमला बोल दिया, जिसमें एक अंकित सक्सेना नमक युवक को सिर में गंभीर चोट आई थी।
मामले में पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए आरोपियों को तुरंत हिरासत में लेते हुए देर रात फरियादी युवक की रिपोर्ट पर दस नामजद आरोपी, जिनमें वीरेंद्र सिंह पवार, अभिषेक वर्मा, दीपक वर्मा, बबलू वर्मा, सुनील वर्मा, विजय वर्मा, संदीप वर्मा, रूप सिंह, मोहर सिंह और युवराज सिंह पर धारा- 294, 323, 506, 308, 341, 120b व IPC के तहत मामला दर्ज किया और मंगलवार को आरोपियों का जुलूस निकालते हुए उन्हें न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया, जहां से उन्हें जेल पहुंचाया गया है। मामले में नरसिंहगढ़ थाना प्रभारी शिवराज सिंह का कहना है कि आरोपियों को हम गाड़ी न होने के कारण न्यायालय तक पैदल लेकर गए थे। जहां से सभी को जेल भेज दिया गया है।