
जिन लाड़ली बहनों भांजे भांजियों के बलबूते पर प्रदेश में चौथी बार लगातार भाजपा की सरकार बनी, उन्हीं की सरकार में आज उनकी अनदेखी हो रही है। ताजा मामले मामला शनिवार को दोपहर बाद कलेक्ट्रेट कार्यालय में सामने आया। जब शिवराज मामा के सामने दोनों हाथ जोड़कर वेतन बढ़वाने गिड़गिड़ाते हुए नजर आई। लेकिन केंद्रीय मंत्री उनकी बात को अनसुना करके चलते बने।
केंद्रीय मंत्री चौहान कलेक्ट्रेट सभागार में दिशा संबंधी बैठक में भाग लेने के लिए शनिवार को दोपहर रायसेन पहुंचे। वहां एक महिला अपनी मासूम बेटी के साथ उनसे अपनी परेशानी सुनाने पहुंची। महिला ने बताया कि वह नरापुरा वार्ड 1 में किराए के घर में रहती है। उसे आदिम जाति कल्याण विभाग से 5000 मासिक वेतन मिल रहा है। उसकी चार बेटियां हैं। इसलिए उसे उनका भरण पोषण करने में बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। आज मकान मालिक ने किराया नहीं देने पर कमरे में ताले डाल दिए हैं।
तीन महीने का वेतन विभाग में बजट नहीं होने से नहीं मिल पाया है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से तनख्वाह बढ़ाने की अपील की। लेकिन शिवराज सिंह उसकी तरफ देखे बिना कलेक्ट्रेट की सीढ़ियों से नीचे उतर गए और लग्जरी जीप में सवार होकर रवाना हो गए। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधियों सहित जिम्मेदार विभाग के आला अधिकारी भी केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान के पीछे पीछे चल दिए।