नई दिल्ली/कोलकाता। अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के बीच सुलह के संकेत मिलने लगे हैं। राहुल गांधी के आवास पर गुरुवार शाम विपक्षी गठबंधन इंडिया के नेताओं की डिनर पार्टी में टीएमसी सांसद और महासचिव अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी और राहुल गांधी से उनकी लंबी बातचीत ने राजनीतिक हलकों में हलचल बढ़ा दी है।
बनर्जी ने बंगाल में चुनाव आयोग के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर टीएमसी के विरोध के बारे में राहुल गांधी को जानकारी दी। मानसून सत्र के दौरान भी दोनों दलों ने कई मुद्दों पर सहमति जताई।
यह बदलाव ऐसे समय आया है जब हाल ही में टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में इंडिया गठबंधन समाप्त करने और “एकला चलो रे” नीति अपनाने का संकेत दिया था। कांग्रेस पर भी उनके तीखे हमले जारी थे।
इसी बीच कांग्रेस ने ममता बनर्जी के कड़े आलोचक अधीर रंजन चौधरी को पीसीसी प्रमुख पद से हटाकर शुभंकर सरकार को नियुक्त किया है, जिसे राजनीतिक पर्यवेक्षक रिश्तों में नरमी लाने की पहल मान रहे हैं।
गौरतलब है कि 2011 में ममता बनर्जी ने वाम मोर्चा सरकार को कांग्रेस के साथ गठबंधन में सत्ता से हटाया था, लेकिन उसके बाद राज्य में कांग्रेस का जनाधार लगातार घटा और 2021 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली।