भैंसों ने घेरा थाना
बता दें कि आमतौर पर पुलिस जब कभी इस तरह से गौवंश से भरा वाहन पकड़ती है, तो उन्हें गौशालाओं में भिजवा देती है, लेकिन यह मामला भैंसों से जुड़ा हुआ है और इन भैंसों की कीमत करीब 8.5 लाख रुपए से ज्यादा बताई जा रही है। तो इस कारण इन 17 भैंसों को पुलिस अपनी देखरेख में रख रही है। पुलिस के जवान इन्हे पानी पिलाते है, चारा खिलाते है और इतना ही नहीं जब ये चारा–पानी लेने में नखरे दिखाती है, तो इन्हें सहलाकर मनाते भी है।
थाना स्टाफ दे रहा भैंसों को चारा पानी
इस पूरे मामले को लेकर जावर थाना प्रभारी जेपी वर्मा ने बताया कि आज से चार-पांच दिन पहले एक अशोक लीलैंड ट्रक में 17 भैंसों को क्रूरता पूर्वक ठूस ठूस के भरा गया था, जिसे हमने जब्त करके थाना जावर के कैंपस में रखा है। मेरे निर्देशन में ही हमारे स्टाफ के द्वारा उन भैंसों को चारा, पानी, खली और कपास्या दिया जा रहा है। इस मामले में जब भी माननीय न्यायालय का आदेश होगा तो हमारे द्वारा भैंसों को उसके मालिक के सुपुर्द किया जाएगा।
थाना प्रभारी उठा रहे पांच हजार रोजाना का खर्च
जावर थाना प्रभारी वर्मा ने बताया कि अभी इन भैंसों के रखरखाव पर करीब चार से पांच हजार रुपये का खर्चा रोजाना का आ रहा है, जोकि उनके द्वारा ही किया जा रहा है। इन भैंसों की देखरेख जैसे कोई पशुपालक अपने निजी पशुओं की करता है, वैसे ही हमारे स्टाफ के द्वारा इन भैंसों की देखरेख की जा रही है।