एक नई स्टडी कहती है कि अत्यधिक शराबपीने से शरीर में होने वाले नुकसान आने वाली पीढ़ियों तक को प्रभावित कर सकते हैं। एपिजेनेटिक वंशानुक्रम (Epigenetic inheritance) इशारा करता है कि जीन की अभिव्यक्ति DNA के सीक्वेंस में बदलाव के बिना ही बदल जाती है और वह बदली हुई जीन अभिव्यक्ति फिर हमें विरासत में मिलती है। पिता के द्वारा शराब सेवन उसके बच्चों के बर्ताव को प्रभावित करता है। इसलिए लम्बे समय तक शराब का अत्यधिक सेवन करना आने वाली पीढ़ियों के लिए भी हानिकारक साबित हो सकता है।
Texas A&M University में फिजियोलॉजी के प्रोफेसर Michael Golding केअनुसार, कई शोधों में यह पहले से ही सामने आ चुका था कि पिता का शराब पीना उसके बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक विकास पर बुरा असर डालता है। लेकिन यह साफ नहीं था कि इसके जैविक प्रभाव बच्चे के शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हो सकते हैं। प्रोफेसर के अनुसार, उनकी लैब में हुई रिसर्च बताती है कि माता-पिता, दोनों ही के द्वारा लम्बे समय तक शराब सेवन करने से उनकी आने वाली पीढ़ियों के बच्चे जल्दी बूढ़े होते हैं, और उनमें बीमारियों के पनपने का खतरा भी ज्यादा रहता है।
National Institutes of Healthके अनुसार, अमेरिका में लगभग 11% वयस्कों में शराब पीने से जुड़ी समस्याएं मौजूद हैं। अत्यधिक शराब पीने से कई हेल्थ प्रॉबलम पैदा होती हैं जिनमें लीवर की बिमारी, हार्ट संबंधी समस्याएं, कॉगनिटिव फंक्शन में गिरावट, और तेजी से उम्र बढ़ना आदि समस्याएं शामिल हैं। यानी कि यह पुख्ता तौर पर कहा जा सकता है कि माता-पिता अपनी शारीरिक समस्याएं अपने बच्चों में भी पास कर सकते हैं। यानी अत्यधिक शराब पीने से उन्हें जो समस्याएं हुईं, वे उनके बच्चों को भी हो सकती हैं।