
मृतक
परिजनों के मुताबिक उनके घर की बिजली पिछले तीन दिनों से बंद थी, जिसके चलते उसने पांजरा बिजली विभाग को सूचना दी थी लेकिन एमपीईबी के द्वारा उसके घर की बिजली नहीं सुधारी जा रही थी तभी आज चंद्रसेन अपनी छत पर खड़े होकर कनेक्शन को चैक कर रहा था तभी उसे रिटर्न करंट लग गया जिसके बाद वह अचेत होकर छत से नीचे आ गिरा जिसके बाद तत्काल उसे चौरई अस्पताल ले जाया गया जहां पर ईलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
बुझ गया घर का चिराग
बताया जा रहा है कि चंद्रसेन अपने माता पिता का इकलौता बेटा था उसकी एक बहन है, ऐसे में आज हुए हादसे ने उसकी माता पिता का रो रोकर बुरा हाल है। इस लापरवाही ने उसके घर के चिराग को छीन लिया।
समय पर लाइन सुधारने आ जाते लाइनमैन तो नहीं जाती जान
परिजनों का आरोप है कि तीन दिनों से लाईन बंद थी जिसको लेकर एमपीईबी को रिपोर्ट भी की गई थी लेकिन आज तक लाईन मैन बिजली सुधारने नहीं आया जिसके चलते चंद्रसेन को खुद बिजली सुधारना मंहगा साबित हो गया।