
नर्मदापुरम। मध्य प्रदेश शिक्षक संघ, जिला नर्मदापुरम के प्रतिनिधियों ने ई-अटेंडेंस प्रणाली और शिक्षकों की अन्य समस्याओं को लेकर संयुक्त संचालक शिक्षा विभाग, जिला शिक्षा अधिकारी और सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग को एक ज्ञापन सौंपा। इस दौरान शिक्षकों की प्रमुख मांगों को सौहार्दपूर्ण ढंग से रखा गया।
ज्ञापन में प्रमुख रूप से ई-अटेंडेंस प्रणाली को लेकर गंभीर चिंताएं व्यक्त की गईं। जिला अध्यक्ष श्री मालकजी पटेल ने बताया कि शिक्षक एप और EHRMS पोर्टल पर सभी शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं और इसे न लगाने पर आगामी महीने के वेतन रोकने की कार्रवाई की चेतावनी दी जा रही है।
ई-अटेंडेंस से जुड़ी प्रमुख समस्याएं:
· नेटवर्क की समस्या: दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित अनेक शालाओं में इंटरनेट नेटवर्क की उपलब्धता एक बड़ी बाधा है।
· अन्य कार्यों का बोझ: निर्वाचन आयोग द्वारा संचालित SIR (समग्र मतदाता सूची सुधार) कार्य में लगे BLO (बूथ लेवल ऑफिसर) शिक्षक पहले से ही अतिरिक्त दबाव में हैं, ई-अटेंडेंस उनकी परेशानी बढ़ा रही है।
· लोकेशन त्रुटि: कई बार संस्था में उपस्थिति के बावजूद ऐप संस्था से कई किलोमीटर दूर की लोकेशन दिखाता है, जिससे शिक्षकों को घंटों परेशानी उठानी पड़ती है।
· उपकरण का अभाव: शासन द्वारा शिक्षकों को कोई मोबाइल उपकरण प्रदान नहीं किया गया है। यदि किसी शिक्षक के पास व्यक्तिगत मोबाइल कार्यक्षेत्र में नहीं है, खराब है या डिस्चार्ज है, तो वह अटेंडेंस कैसे लगाएगा?
· वित्तीय बोझ: शिक्षकों को मोबाइल या इंटरनेट के लिए कोई भत्ता नहीं दिया जा रहा। रिचार्ज न हो पाने की स्थिति में ई-अटेंडेंस असंभव हो जाती है।
· भेदभावपूर्ण नीति: शासन के अन्य विभागों में ई-अटेंडेंस अनिवार्य नहीं है, तो केवल शिक्षकों को ही इसके लिए मजबूर क्यों किया जा रहा है?

· विकासखंड सोहागपुर के 40 शिक्षकों को प्रथम एवं द्वितीय क्रमोन्नत वेतनमान का अरेयर्स (बकाया) भुगतान शीघ्र करवाया जाए।
· विकासखंड केसला के शिक्षकों की 12 वर्ष एवं 24 वर्ष की क्रमोन्नति प्रस्ताव एवं अरेयर्स का भुगतान किया जाए।
ज्ञापन देने वालों में जिला संगठन मंत्री नवीन पटेल, जिला अध्यक्ष मालकजी पटेल, एस.आर. इवने (ब्लॉक अध्यक्ष, माखन नगर), तहसील अध्यक्ष ललित सोनी, ब्लॉक सचिव समदर्शी सोनी सहित जिले के विभिन्न ब्लॉकों के संघ के पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित थे।