नर्मदापुरम जिला मुख्यालय पर कई ऐसे निजी अस्पताल संचालित हो रहे हैं, जिनके रजिस्ट्रेशन समाप्त हो गए हैं और बिना रजिस्ट्रेशन के अवैध रूप से अस्पताल संचालित किए जा रहे थे। जब स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी मिली तो स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मुख्यालय पर संचालित हो रहे कई अस्पतालों का निरीक्षण किया।
अस्पताल में आईसीयू और सोनोग्राफी की मशीन भी पाई गई, जिनको संचालित करने के भी कोई दस्तावेज अस्पताल संचालक के द्वारा स्वास्थ्य विभाग को प्रस्तुत नहीं किए गए। अस्पताल संचालक के दस्तावेज नहीं मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल को सील कर दिया।
स्वास्थ्य विभाग की टीम जब सर्वजन अस्पताल में निरीक्षण करने के लिए पहुंची तो इस बात को लेकर अस्पताल संचालक और परिजन स्वास्थ्य विभाग की टीम से बहस करने लगे। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग टीम को पुलिस बुलाना पड़ा। पुलिस की मौजूदगी में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कार्रवाई की।
वहीं, मामले में जिला अस्पताल की सिविल सर्जन सुनीता कामले ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य विभाग को अस्पताल के अवैध रूप से संचालित होने की शिकायत मिल रही जांच करने के लिए टीम अस्पताल पहुंची। जांच के दौरान अस्पताल बिना रजिस्ट्रेशन के अवैध रूप से संचालित हो रहा था। अस्पताल का रजिस्ट्रेशन दो साल पहले 2024 को ही समाप्त हो चुका था। बिना रजिस्ट्रेशन के अस्पताल संचालित हो रहा था, जिसे सील किया गया।