बजट के साथ अब विकास भी किस्तों में, ढाई करोड़ की निधि का प्रावधान, बजट आया एक करोड़ का,एक करोड़ की विधायक निधि से शहर में होंगे विकास के कार्य
विधायक निर्वाचित होने के बाद शासन से पहली बार निधि के रुप में विकास कार्यों के लिए राशि मिली। हालांकि विकास भी अब किस्तों में होगा क्योंकि बजट की राशि भी एकमुश्त नहीं बल्कि किस्तों में आई है। ढाई करोड़ की निधि में विधायक को 1-1 करोड़ की राशि बजट में मिली है। अब विधायक अपनी निधि से कराए जाने वाले कामों के लिए अनुशंसा कर प्रस्ताव भेंजेंगे। बजट के इंतजार में एक वित्तीय वर्ष में खर्च की जाने वाली राशि भी किश्तों में खर्च की जाएगी। हालांकि यह कहा जा रहा है कि शासन स्तर से बजट के अनुसार निधि की राशि आती है। कभी एकमुश्त तो कही किश्तों मेें आती है। विधायको के लिए तो बजट किश्तों में ही सही लेकिन आया लेकिन लोकसभा व राज्यसभा के जिले में दोनों सांसदों को निधि के लिए इंतजार करना होगा।
इस कार्यकाल में पहली बार आई राशि
2023 के विधानसभा चुनाव में विधायक निर्वाचित होने के बाद अब तक विधायको को निधि व स्वेच्छानुदान में मिलने वाली राशि नहीं मिली थी। ऐसे में इस कार्यकाल में पहली बार बजट आया है। जिन्हें अब प्रस्ताव तैयार कर भेजने के लिए पत्र भेजा गया है। वहीं अभी सांसद को इंतजार करना होगा। राज्यसभा सांसद को जिला चुनना होता है। शपथ के बाद जिला चुनने के साथ ही उनकी राशि की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। वहीं निर्वाचित हुए सांसद को भी वित्तीय वर्ष के अनुसार निधि की मिलने वाली राशि की बजट राशि आना है। इसके बाद इन्हें भी विधायको भेजी सूचना अनुसार कलेक्ट्रेट से सूचना भेज प्रस्ताए मांगे जाएंगे।
बजट अनुसार आती है राशि
जानकारी के अनुसार जनप्रतिनिधियों को विकास कार्यों के लिए निधि के रूप में मिलने वाली राशि बजट अनुसार मिलती है। जो तय निधि है वह कभी तो वित्तीय वर्ष की एक साथ आती है और कभी बजट में कमी के कारण किश्तों के रूप में आती है। जितनी राशि आती है उसके अनुसार प्रस्तावों के कार्य मंजूर किए जाते है और राशि से अधिक के प्रस्ताव आने पर बची हुई राशि आने पर उन्हें मंजूरी दी जाती है।
इसलिए विधायको को निधि के लिए करना पड़ा इंतजार
जानकारी के अनुसार विधायक को ढाई करोड़ की निधि अपने क्षेत्र में विकास कार्य के लिए मिलती है। ढाई करोड़ की निधि में फिलहाल एक करोड़ की राशि ही विधायको को अपने क्षेत्र में विकास करने के लिए मिली है। डेढ़ करोड़ की राशि बाद में आएगी। वहीं स्वेच्छानुदान की मिलने वाली राशि भी आई है। सांसदो को 5 करोड़ की राशि सांसद निधि के रूप में मिलती है। हालांकि अभी लोकसभा के चुनाव संपन्न हुए तो जिले से राज्यसभा सांसद की भी शपथ सहित अन्य प्रक्रिया अभी पूरी होना है। इसके बाद लोकसभा व राज्यसभा सांसद की निधि की राशि आएगी। ऐसे में अभी इन्हें इंतजार करना होगा।
नवंबर-2023 में विधानसभा चुनाव हुए और दिसंबर में सरकार का गठन। ऐसे में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता अक्टूबर माह में प्रभावशील हो गई थी। इसके चलते पिछले वित्तीय वर्ष में विधायको निधि के लिए मिला बजट आचार संहिता के पहले ही चारों विधायको ने कामों की अनुशंसा कर पूरा खर्च कर दिया था। ऐसे में सरकार के गठन के बाद अप्रेल में नया वित्तीय वर्ष शुरू हुआ तब लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई। इसी कारण लंबा इंतजार करना पड़ा और अब आचार संहिता खत्म होने के बाद विधायको को निधि की राशि किश्तों में ही सही लेकिन मिली।
जनप्रतिनिधियों को भेजा जा रहा पत्र
सपना जैन जिला सांयिकी अधिकारी ने देनवा पोस्ट को बताया कि जिले के चारों विधायकों को पत्र भेजा जा रहा है। 1-1 करोड़ की विधायक निधि चारों विधायकों के लिए आई है। इसके साथ ही स्वेच्छानुदान का बजट भी आया है। राज्यसभा सांसद को जिला चयन व अन्य प्रक्रिया करना है तो सांसद की राशि भी अब आएगी। अभी सिर्फ विधायकों की राशि आई है।