
माखननगर: शासन प्रशासन की किसान विरोधी नीतियां अब जिले भर के ग्रीष्मकालीन मूंग उत्पादक किसानों के लिए आक्रोश का कारण बनती जा रही हैं। किसानों का कहना है कि प्रशासन द्वारा सोमवार से पोर्टल खोलने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन इस झूठे आश्वासन के कारण किसान परेशान है और उनका धैर्य जवाब देने लगा है आज माखन नगर के गुराडिया में आक्रोशित किसानों ने नर्मदा पुरम पिपरिया मार्ग पर चक्का जाम कर दिया और नारेबाजी करते हुए तत्काल किसानों की समस्याओं को हल करने की मांग की है।

किसानों ने करीब चार घंटे रोड बंद कर धरने पर बैठे रहे। एसडीएम के आश्वासन के बाद धरने से उठे।भारतीय किसान संघ जिला सदस्य जितेंद्र सिंह तोमर ने denvapost को जानकारी दी है कि किसान भूखे प्यासे अपना घर बार छोड़कर माखन नगर स्थित श्री रंग एवं गोधा वेयरहाउस में ट्रैक्टर ट्रालियों में रात बिताने को मजबूर हैं । यही कारण है कि किसानों का धैर्य अब जवाब देने लगा है और ना चाहते हुए भी उन्हें आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है । अन्नदाता किसान जिसने हजारों रुपए की लागत और भारी श्रम करने के बाद ग्रीष्मकालीन मूंग का उत्पादन किया है आज अपनी मूंग को समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए दर-दर भटक रहा है । यह कहां का न्याय है अपने आप को किसानों की सरकार कहने वाले आज वेयरहाउस के चारों तरफ कहीं नजर नहीं आते क्या सरकार इसी प्रकार किसानों को यंत्र ना देते हुए खेती को लाभ का धंधा बनाएगी।

