चुनावी राह ने रोक दी तो जेब से व्यय कर खरीदे टेबलेट की राशि को
सरकार की योजना में सरकारी स्कूलों के शिक्षकों ने टेबलेट की खरीदी तो की, लेकिन अब इसके भुगतान की राह पर चुनावी कार्य का ब्रेक लग गया। ऐसे में तीन माह से शिक्षक अपनी जेब से किए व्यय की राशि का इंतजार कर रहे है। जिले में 1041 शिक्षकों को टेबलेट खरीदने की योजना में शामिल किया था, लेकिन जब शिक्षकों को ये पता चला कि इसके लिए अपनी जेब से राशि का व्यय करना होगा तो कई शिक्षक इसकी खरीदी से पीछे हट गए। जिले में करीब 60 प्रतिशत शिक्षकों ने ही टेबलेट की खरीदी की। जिन्होंने खरीदी की भी, उनमे से कई को अब शासन से राशि का इंतजार करना पड़ रहा है।
राज्य शासन ने योजना बनाई थी कि सरकारी स्कूलों में शिक्षक अपने विभागीय कार्य के साथ – साथ बच्चों को पढ़ाई भी टेबलेट से ही कराए। असल में कई शिक्षक ऐसे है, जिनको मोबाइल या टेबलेट चलाना तो आता है, लेकिन कम्प्यूटर्स का उपयोग नहीं आता है। इससे शिक्षा विभाग का कार्य प्रभावित हो रहा था। इसके बाद ही शासन ने निर्णय लिया था कि शिक्षकों को दस हजार रुपए कीमत तक के टेबलेट खरीदने को कहा जाए व इसका भुगतान शासन करेगा। इसके बाद जिले में अब भी 175 शिक्षक ऐसे है, जिनके खाते में राशि अब तक नहीं पहुंची है। नाम नहीं प्रकाशन के निवेदन के साथ शिक्षकों का कहना है कि 10 हजार रुपए में कमजोर गुणवत्ता का टेबलेट आ रहा था, इसके बाद किसी ने 12 तो किसी ने 18 हजार रुपए तक की कीमत के टेबलेट की खरीदी कर ली।
फैक्ट फाइल
ब्लॉक इतनों को देना थे इन्होंने की इन्होंने थी हां खरीदे
नीमच। 430 216 168
जावद। 312 220 201
मनासा 299 195 154
कुल 1041 631 523
आचार संहिता के बाद भुगतान
ये सही है कि जिले में कुछ शिक्षकों को टेबलेट खरीदी के बाद भुगतान होना शेष है। संभवत चुनावी आचार संहिता के चलते ये भुगतान रुका हुआ है। आचार संहिता पूरी तरह से 5 दिसंबर को समाप्त हो जाएगी, इसके बाद रुका हुआ भुगतान खाते में आ जाएगा।