पत्रकार वार्ता कर एसपी सुनील तिवारी ने दी जानकारी।
दमोह कोतवाली थाना क्षेत्र के सराफा बाजार में गुरुकृपा ज्वेलर्स की दुकान से चांदी चोरी की घटना के आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया है। उनके पास से चोरी की गई चांदी भी बरामद कर ली गई है। गुरुवार को नए कंट्रोलरूम में पत्रकारवार्ता आयोजित कर एसपी सुनील तिवारी ने इस पूरे मामले की जानकारी दी। पकड़े गए आरोपी जबलपुर जिले के रहने वाले हैं, जिन्होंने अन्य जिलों में भी चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है। एक आरोपी पर 10 से अधिक मामले भी दर्ज हैं।
शटर उखाड़कर की थी चोरी
25 फरवरी की रात कोतवाली थाना क्षेत्र के सराफा बाजार स्थित राजकुमार सोनी की गुरुकृपा ज्वेलर्स दुकान का शटर तोड़कर एक किलो 250 ग्राम चांदी चुरा ले गए थे। यह घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। इसके बाद आरोपियों ने चरहाई बाजार में भी दो दुकानों का शटर तोड़कर चोरी करने का प्रयास किया। लेकिन, सफल नहीं हो पाए। घटना की सूचना लगते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। चोरी की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमों का गठन कर दस हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया, लेकिन 15 दिन बीत जाने के बाद भी आरोपियों का कोई सुराग नहीं लगा था।
जबलपुर जिले के रहने वाले हैं आरोपी
एसपी सुनील तिवारी ने बताया कि सायबर सेल और अन्य टीमों के द्वारा आरोपियों की खोजबीन के प्रयास किए जा रहे थे। आरोपियों के फुटेज, उपयोग की जाने वाली कार और जिस प्रकार से घटना को अंजाम दिया गया उस आधार पर जबलपुर में भी पतासाजी की गई। जिसके बाद पुलिस को सफला हासिल हुई और छह आरोपी गिरफ्तार हुए।
जबलपुर के रहने वाले हैं सभी आरोपी
अमित प्यासी पिता धर्मेंद्र प्यासी (31) निवासी गढ़ा थाना जिला जबलपुर, शेख शहादत पिता शेख गरीब (24) निवासी पाटन जिला जबलपुर, मोहन चक्रवर्ती पिता सेखू चक्रवर्ती (21) निवासी पाटन जबलपुर, नरेंद्र पिता सुरेश रजक (29) निवासी महगुआ थाना चरगुआ जबलपुर, रमन पिता कोमल प्रसाद विश्वकर्मा (21) निवासी चौपाटी मोहल्ला पाटन जिला जबलपुर, अंकुर यादव पिता कोमल यादव (31) निवासी शास्त्री नगर जबलपुर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पकड़े गए आरोपियों के पास से चोरी की गई 94 हजार रुपये की चांदी भी बरामद की गई है। चोरी में उपयोग की गई कार क्रमांक एमपी 20 सीजे 1823 बरामद की गई और छह मोबाइल बरामद किए गए हैं। आरोपियों द्वारा पूर्व में भी सागर और जबलपुर में चोरी की घटनाएं करना स्वीकार किया गया है।