उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में सोमवार सुबह से देश-प्रदेश में अच्छी बारिश व जनकल्याण की भावना को लेकर श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति ने महारुद्र अनुष्ठान का आयोजन किया है। इसमें मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान भी शामिल हुए।मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान सोमवार सुबह देवास रोड स्थित पुलिस लाइन पर हेलीकॉप्टर से पहुंचे। वहां भाजपा के पदाधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद वे सीधे श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे। वहां उन्होंने सर्वप्रथम बाबा महाकाल का पूजन-अर्चन अभिषेक किया। इसके बाद वे अनुष्ठान में शामिल हुए। श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी एवं महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के सदस्य पंडित राम शर्मा ने बताया कि देश और प्रदेश में अच्छी बारिश एवं जन-जन का कल्याण हो, इसी कामना के साथ महारुद्र अनुष्ठान किया जा रहा है। इसे महाकाल मंदिर के 66 पंडे-पुजारियों द्वारा किया जा रहा है। इस अनुष्ठान के सम्पन्न होने तक मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान भी शामिल रहे।
महारुद्राभिषेक के 102 आवर्तन
मध्यप्रदेश में खंड वृष्टि के चलते भादौ मास में पहली बार भगवान महाकाल का महारुद्राभिषेक अनुष्ठान किया गया। सोमवार सुबह पं. घनश्याम पुजारी के आचार्यत्व में मुख्यमंत्री भगवान महाकाल का पंचामृत अभिषेक पूजन कर अनुष्ठान का शुभारंभ किया। इसके बाद सतत जलधारा प्रवाहित की गई। 66 ब्राह्मणों ने नंदी हॉल में बैठकर महारुद्राभिषेक के 102 आवर्तन किए। अनुष्ठान को अभिषेकात्मक किया गया। दोपहर को अनुष्ठान की पूर्णाहुति की जाएगी।
इस वर्ष सामान्य से भी कम बारिश
मध्य प्रदेश में इस बार सामान्य से 13 फीसद बारिश कम हुई है। इस वजह से देवाधिदेव महादेव महाकाल को मनाना नितांत आवश्यक है। पहली बार भादौ मास में यह अनुष्ठान हो रहा है। शास्त्रीय मान्यता के अनुसार वर्षा ऋतु में एक दिन शेष रहने पर भी इस प्रकार का अनुष्ठान किया जा सकता है।