मृतक शीतल कौशल
घूमने गए थे दोनों मनाली
मनाली पुलिस ने पूछताछ के बाद जो जानकारी मीडिया को बताई है, उसके अनुसार मनाली के जिस एक होटल के कमरा नंबर 302 में मनाली के आधार कार्ड पर दोनों रूके थे। विनोद ठाकुर का कोई दस्तावेज भी होटल वालों ने जमा नहीं कराया था। शीतल और विनोद 13 मई को मनाली पहुंचे थे। होटल में शीतल का आधारकार्ड रजिस्टर्ड किया गया था। 14 मई को दोनों सिस्सू घूमने गए थे। शाम को वापस आने के बाद दोनों ने कमरे में ही होटल से खाना मंगवाकर खाया। कल 15 मई की शाम को विनोद ठाकुर ने होटल के मैनेजर से वोल्वो बस स्टैंड जाने के लिए टैक्सी मंगवाई। टैक्सी पहुंचने के बाद विनोद अकेला ट्रॉली बैग लेकर टैक्सी में बैठने जा रहा था।
बैग भारी होने के बाद पकड़ाए
बैग भारी होने के कारण विनोद ठाकुर उसे अकेला संभाल नहीं पा रहा था। विनोद के साथ जो युवती होटल में ठहरी थी, वह भी नहीं दिख रही थी। इसके बाद होटल के कर्मचारियों को विनोद ठाकुर पर शक हुआ तो उन लोगों ने पूछताछ की और पुलिस का सूचना दे दी। इसके बाद विनोद ठाकुर वहां से अपना बैग छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने बैग की तलाशी ली तो उसमें भोपाल निवासी शीतल कौशल की लाश मिली।
बस स्टैंड से पकड़ाया आरोपी
इधर मनाली पुलिस ने हत्या का खुलासा होने के बाद विनोद ठाकुर की तलाश शुरू कर दी। विनोद ठाकुर दूसरे वाहन से बस स्टैंड पहुंचा और हरियाणा के लिए भागने वाला था, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया। विनोद ने हत्या करना भी स्वीकार कर लिया है। उसी ने बताया है कि हम दोनों घूमने आए थे और सोशल मीडिया के जरिए ही हम दोनों की दोस्ती हुई थी।
पुलिस बोली- परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज नहीं कराई
शाहपुरा थाने के थाना प्रभारी रघुनाथ सिंह ने कहा कि युवती के परिजनों ने कोई गुमशुदगी दर्ज नहीं कराई है। मनाली पुलिस की सूचना के बाद थाने की पुलिस उनके घर पर पहुंची तो ताला लगा हुआ था। इसके बाद संपर्क किया तो पता चला कि मनाली पुलिस की सूचना के बाद युवती के परिजन मनाली के लिए भोपाल से रवाना हो चुके हैं।