आरोपी सौरभ शर्मा।
यहीं नहीं अब यह बात भी सामने आ रही है कि काली कमाई को सफेद करने के लिए पूरे परिवार ने षड्यंत्र किया। यहीं वजह है कि सौरभ शर्मा की पत्नी ने 2023 में अपने पति के उपनाम शर्मा की जगह अपने पिता सलिल तिवारी के उपनाम तिवारी का उपयोग किया। ताकि किसी को कोई शक ना हो। दिव्या तिवारी के नाम पर कई संपत्तियां भी खरीदी गई थीं, जिनमें से एक 1 अप्रेल 2022 को खरीदी गई 2.6150 हेक्टेयर कृषि भूमि शामिल है, जो उसने अपनी बहन रेखा तिवारी को 11 जुलाई 2023 को दान कर दी। इस संपत्ति का मूल्य करीब 19 लाख रुपये बताया गया है।इसके अलावा, सौरभ ने अपनी पत्नी के नाम पर भोपाल के ई-7 अरेरा कॉलोनी स्थित एक बंगला भी 1.67 करोड़ रुपये में खरीदा। इस बंगले पर ही ईडी की टीम ने छापेमारी की। इसके अलावा सौरभ की मां उमा शर्मा ने गवालियर के कुशराजपुर गांव में 1.505 हेक्टेयर जमीन खरीदी थी। इसके अलावा, 26 जुलाई 2021 को ग्वालियर के विनय नगर सेक्टर 2 में 2400 स्क्वायर फीट का प्लॉट 30 लाख रुपये में खरीदी थी।
तीन एजेसियां कर रही मामले में जांच
सौरभ शर्मा के ठिकानों पर 19 दिसंबर को लोकायुक्त ने छापा मारा था। उसके घर और ठिकानों से नगदी, सोने-चांदी और कई लग्जरी चल संपत्ति मिली थी। इस बीच आईटी की रेड में सौरभ शर्मा के करीब चेतन सिंह गौर की कार में 52 किलो सोना और 11 करोड़ रुपए मिले थे। जांच में यह सोना और पैसा भी सौरभ का ही होने की बात सामने आई है। इसके अलावा लोकायुक्त को सौरभ के ठिकानों से 7 करोड़ 98 लाख रुपए की चल संपत्ति मिली है। इसके अलावा करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी के दस्तावेज अलग हैं। लोकायुक्त ने सौरभ शर्मा, उसकी पत्नी दिव्या शर्मा और उमा शर्मा को समन जारी किया है।