मान सिंह पटेल और मंत्री गोविंद सिंह राजपूत
मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर ओबीसी नेता मान सिंह पटेल की जमीन हड़पने और उन्हें अगवा कराने के आरोप लगे थे। आठ साल से लापता मान सिंह पटेल, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद खोजने का प्रयास किया जा रहा था, भोपाल में पाए गए हैं।
बता दें कि पुलिस ने एक व्यक्ति को छोला श्मशान घाट के पास से पकड़ा है, जिसका हुलिया मान सिंह पटेल से मिलता है, लेकिन परिजनों ने उसकी पहचान करने से इनकार कर दिया है। भोपाल पुलिस कमिश्नर हरि नारायणचारी मिश्र ने बताया, हमें सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति छोला श्मशान घाट के पास है, जिसका हुलिया मान सिंह पटेल से मिलता-जुलता है। इस पर हमारी टीम ने उसे पकड़कर सागर पुलिस को सौंप दिया है। हालांकि, अभी परिजन पहचान से इनकार कर रहे हैं।
साल 2016 से गायब हैं मान सिंह पटेल
बता दें कि यह मामला 2016 का है। जब मान सिंह पटेल ने मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर अपनी पुश्तैनी जमीन पर अवैध कब्जा करने की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद से वह लापता हो गए थे। इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं होने पर पटेल के बेटे सीताराम ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसमें पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठाए थे। सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस की कार्रवाई पर नाराजगी जताते हुए एक नई एसआईटी (विशेष जांच दल) के गठन का आदेश दिया है। इसके बाद से पुलिस भी इस मामले में सक्रिय हो गई है।
अब डीएनए टेस्ट से होगी पहचान की पुष्टि
भोपाल से बरामद व्यक्ति का हुलिया बदला हुआ है और परिजनों ने भी उसकी पहचान करने से इनकार कर दिया है। वह छोला श्मशान घाट के पास मजदूरी करते हुए मिले हैं। उनकी हालात भी विक्षिप्त जैसी है, लेकिन चेहरा मान सिंह से मिल रहा है। इसलिए अब डीएनए टेस्ट से पहचान की जाएगी। इस टेस्ट के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि पकड़ा गया व्यक्ति वास्तव में मान सिंह पटेल है या कोई और है।
सही जांच हो और सच्चाई सामने आए
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करता हूं। मैं खुद चाहता हूं कि मामले की सही जांच हो और सच्चाई सामने आए। इस प्रकरण से मेरा कोई लेना-देना नहीं है।