जानकारी के अनुसार, अनुराधा कुछ माह पहले भोपाल में सक्रिय एक फर्जी शादी कराने वाले गिरोह में शामिल हुई थी, लेकिन थोड़े ही समय में वह पूरे गिरोह का संचालन अपने तरीके से करने लगी। वह एजेंट्स को स्पष्ट रूप से कहती थी कि शादी के लिए 50 हजार से 1 लाख रुपये वह स्वयं लेगी, उसके बाद बाकी सौदा एजेंट्स की मर्जी पर होगा। वह साफ कर देती थी कि शादी के बाद वह दूल्हे के घर जाएगी, लेकिन सुहागरात नहीं मनाएगी। इसके लिए वह पहले से ही बहाने बना लेती थी। इसमें कभी मासिक धर्म, कभी रिश्तेदार की बीमारी या मृत्यु का बहाना, ताकि वह शोक में होने का नाटक कर सके। यदि दूल्हा शारीरिक संबंध के लिए दबाव डालता, तो वह एजेंट्स को उसे समझाने के लिए कहती थी। खुद उससे बात नहीं करती थी, जिससे भेद खुलने का खतरा न रहे। मानटाउन पुलिस ने विष्णु शर्मा की शिकायत पर अनुराधा के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। अब पुलिस उससे पूछताछ कर रही है और गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी की संभावना भी जताई जा रही है।
खुद करती थी सौदे की बातचीत
गिरोह में आधा दर्जन से अधिक महिला और पुरुष शामिल हैं, जो अधिकतर शादियों की बातचीत करते थे। लेकिन कुछ मामले ऐसे भी आए, जिनमें लड़के ने खुद शादी की इच्छा जताई और सौदा तय किया। ऐसी स्थिति में अनुराधा स्वयं सीधे डील करती थी। वह खुद को पढ़ी-लिखी और समझदार दिखाती थी, और उसकी बातचीत सुनकर कई लोग चकित रह जाते थे। पुलिस पहले अनुराधा को केवल गिरोह का सदस्य मान रही थी, लेकिन उसके मोबाइल की जांच और पूछताछ के बाद जो तथ्य सामने आए हैं, वे बेहद चौंकाने वाले हैं। वह गिरोह के अन्य सदस्यों पर भी हावी रहती थी और उन्हें धमकाती थी कि यदि उन्होंने शादी की कोई बात छुपकर की या कोई ग्राहक फंसाया, तो वह स्वयं सौदा कर लेगी।
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गिरफ्तारी से ठीक सात दिन पहले भोपाल में की थी एक और शादी
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि गिरफ्तारी से महज सात दिन पहले अनुराधा ने भोपाल के छोला इलाके में रहने वाले ‘गब्बर’ नामक युवक से शादी की थी और वह उसी के घर में रह रही थी। इसी दौरान राजस्थान के विष्णु शर्मा नामक युवक ने अनुराधा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई कि उसने उससे कोर्ट मैरिज की थी, और शादी के तीन दिन बाद ही नकदी, जेवर और मोबाइल लेकर फरार हो गई।