
मुक्तिधाम में गाय
अक्सर हम और आप कहानियों में या फिर फिल्मों में इंसान और जानवरों की दोस्ती उनके बीच प्रेम की खबर पढ़ते और देखते रहे हैं। लेकिन कभी-कभी इंसान और जानवर के बीच प्रेम के नजारे वर्तमान में भी दिख जाते हैं। ऐसा ही एक नजारा सागर के खिमलासा गांव में दिखा, जहां एक शख्स की मौत हो जाने पर उसके साथ एक गाय उसको विदा करने सैकड़ों लोगों के साथ न केवल श्मशान तक गई, बल्कि वहां उसने दाह संस्कार के दौरान मृत देह की परिक्रमा भी की।
खिमलासा कस्बे में शुक्रवार को एक बुजुर्ग की मौत हो गई। सैकड़ों लोगों ने अंतिम यात्रा में भाग लिया, लेकिन आश्चर्य तब हुआ जब एक गाय सैकड़ों लोगों के बीच में अंतिम यात्रा में घर से मुक्तिधाम तक गई। गाय के आंखों से आंसू झलकते लोगों को नजर आए।
खिमलासा निवासी बुजुर्ग महीप सिंह यादव का निधन हो गया था। महीप दादा मिलनसार एवं पशुओं से बड़ा प्रेम रखते थे। जब इस बेजुबान जानवर को बुजुर्ग के निधन का आभास हुआ तो यह गाय आंखों से आंसू बहाती हुई सैकड़ों लोगों के बीज मृतक के घर पहुंची और आंसू बहाती रही। लोगों को आश्चर्य तब हुआ, जब मृतक की अर्थी घर से निकली और सैकड़ों लोगों के बीच में यह गाय चलती रही। गाय ने मृतक की चिता पर परिक्रमा करती रही। लोगों ने गाय माता को खूब प्यार किया, जैसे ही मृतक की चिता को अग्नि दी गई, इसके बाद गाय सैकड़ों लोगों के साथ घर लौट आई।