दमोह। ज़िले की स्थापना के 69 साल बाद और लंबे अंतराल के बाद, 46 वर्षों में पहली बार किसी महिला अधिकारी ने कलेक्टर की कुर्सी संभाली है। 2016 बैच की आईएएस अधिकारी मिशा सिंह(IAS Misha Singh) को 10 दिनों के लिए दमोह का प्रभारी कलेक्टर नियुक्त(IAS Posting in Madhya Pradesh) किया गया है। वर्तमान कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर (Collector Sudhir Kumar Kochar) विदेश यात्रा पर हैं, जिनकी अनुपस्थिति में शासन ने यह जिम्मेदारी मिशा सिंह को सौंपी है।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
दमोह ज़िले में एक अक्टूबर 1956 को पहले कलेक्टर एस.एन. रावरा पदस्थ हुए थे। उसके बाद लगातार पुरुष अधिकारी ही कलेक्टर रहे। 23 साल बाद, 8 जनवरी 1979 को ताजवर रहमान ज़िले की पहली महिला कलेक्टर बनीं। हालांकि वे सिर्फ 17 महीने (5 अगस्त 1980 तक) ही यहां रहीं। इसके बाद से लेकर अब तक कुल 43 कलेक्टर नियुक्त हुए, लेकिन कोई भी महिला अफसर इस पद पर नहीं आईं।
मिशा सिंह का कार्यभार
मिशा सिंह मूल रूप से लखनऊ, उत्तर प्रदेश की निवासी हैं। वे जबलपुर में अपर कलेक्टर और जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी के रूप में सेवाएँ दे चुकी हैं। प्रभार मिलने पर उन्होंने कहा कि दमोह ज़िले में विकास की असीम संभावनाएँ हैं। “मेरे कार्यकाल में शासन की योजनाओं और जिले से जुड़े कार्यों को गति प्रदान की जाएगी ताकि किसी तरह की बाधा न आए,” उन्होंने बताया।
नया अध्याय
भले ही यह कार्यभार अस्थायी है, लेकिन लंबे समय बाद महिला नेतृत्व की वापसी दमोह के प्रशासनिक इतिहास में नया अध्याय जोड़ रही है।