भोपाल में अमित शाह ने ली बैठक
कोई मुझसे मिलना चाहता है तो मैं मिलूंगा
उन्होंने कहा कि हर नाराज कार्यकर्ता को मनाना है। सरकार आने पर सभी कार्यकर्ताओं को बड़ा मौका दिया जाएगा। आगे अभी कई विकल्प बाकी है। उन्होंने साथ ही कहा कि यदि कोई मुझसे मिलना चाहता है तो मै मिलूंगा। मुझसे फोन पर भी बातचीत करा सकते है। शाह ने कहा कि हमें कमजोर कड़ियां तुरंत सुधारना है। साथ ही उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने और कांग्रेस सरकार की विफलताओं को पहुंचाने को कहा। शेड्यूल के अनुसार शाह शाम 6 बजे भोपाल आने वाले थे, लेकिन वह रात करीब 10 बजे पहुंचे। इस वजह से बैठक देररात तक चली। बैठक में जिला अध्यक्ष, महामंत्री और सभी मोर्चो के अध्यक्ष शामिल हुए। बैठक में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह भी शामिल हुए। सूत्रों के मुताबिक बैठक में शाह ने पदाधिकारियों से विधानसभा अनुसार फीडबैक लिया। साथ ही चुनावी रणनीति को लेकर चर्चा की। इसमें चुनाव जीतने को लेकर टिप्स भी दिए।
48 आदिवासी वर्ग की सीटों पर भी नजर
अमित शाह ने अपने तीन दिवसीय दौरे की शुरुआत जबलपुर से की। यहां पर उन्होंने शहीद शंकर शाह और रघुनाथ शाह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इससे उन्होंने आदिवासी वर्ग को साधने का प्रयास किया। बता दें प्रदेश में 48 सीटें आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित है। पिछले चुनाव में आदिवासी वोटर कांग्रेस की तरफ चला गया था, जिसका भाजपा को नुकसान हुआ था।