भाजपा का झंडा
मध्य प्रदेश भाजपा ने विधानसभा चुनाव के लिए 79 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की है। इसमें केंद्रीय मंत्रियों समेत सात सांसद शामिल हैं। इसके बाद से पार्टी में विरोध शुरू हो गया है। अब पहली सूची में बैतूल जिले की मुलताई सीट से प्रत्याशी बनाए गए चंद्रशेखर देशमुख का विरोध शुरू हो गया है। यहां से पार्टी के कार्यकर्ताओं ने किसी साथी को निर्दलीय चुनाव लड़ाने की चेतावनी पार्टी को दे दी है।
भाजपा मुख्यालय में नारेबाजी की
भाजपा ने मुलताई से पूर्व विधायक चंद्रशेखर देशमुख को उम्मीदवार बनाया है। उनके खिलाफ मुलताई से बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि यदि पार्टी ने टिकट नहीं बदला तो कार्यकर्ता मुलताई से अपना निर्दलीय प्रत्याशी उतारेंगे। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पार्टी ने 2018 के चुनाव में पार्टी के विरोध में ओर कांग्रेस के पक्ष में काम करने वाले व्यक्ति को टिकट दिया है। वहीं, छिंदवाड़ा की अमरवाड़ा सीट पर भी पार्टी कार्यकर्ताओं ने मोनिका शाह बट्टी का विरोध शुरू कर दिया है। मोनिका अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी से भाजपा में शामिल हुई थी। पार्टी की तीसरी सूची में एक ही नाम मोनिका बट्टी का था। जबकि यहां से उत्तम ठाकुर टिकट मांग रहे थे।
इन सीटों पर भी हो रहा विरोध
– सतना सीट पर सांसद गणेश सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है। गणेश सिंह का सूची में नाम आने के बाद यहां से दावेदारी कर रहे भाजपा नेता रत्नाकर चतुर्वेदी ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है।
– नागदा सीट पर पार्टी ने तेज बहादुर सिंह को प्रत्याशी बनाया है। यहां पर पूर्व विधायक दिलीप सिंह शेखावत का कार्यकर्ता समर्थन कर रहे हैं। यहां पर लगातार विरोध बढ़ते जा रहा है।
– सीधी सीट पर सांसद रीति पाठक पार्टी ने टिकट दिया है। यहां पर विधायक केदारनाथ शुक्ला का टिकट काटा गया है। इसको लेकर दो दिन पहले शुक्ला ने शहर में शक्ति प्रदर्शन किया और कहा कि अब मैं मैदान में उतर चुका है। इसके बाद अब रीति पाठक की राह आसान नहीं बताई जा रही है।
– श्योपुर सीट पर पार्टी ने पूर्व विधायक दुर्गालाल विजय को प्रत्याशी बनाया है। 71 साल के दुर्गालाल का विरोध शुरू हो गया है। कार्यकर्ताओं ने लगातार एक ही परिवार को टिकट देने का विरोध किया है। पूर्व जिला अध्यक्ष राधेश्याम रावत ने इसके बाद पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
– देपालपुर सीट पर भाजपा ने मनोज पटेल को उम्मीदवार बनाया है। उनका भी विरोध शुरू हो गया है। स्थानीय कार्यकर्ता उनको बाहरी बता कर विरोध कर रहे हैं।
– सोनकच्छ सीट पर पार्टी ने राजेश सोनकर को प्रत्याशी बनाया है। इसका पूर्व विधायक राजेंद्र वर्मा के समर्थक विरोध कर रहे हैं। उन्होंने टिकट घोषित होने के बाद भोपाल भाजपा मुख्यालय में विरोध प्रदर्शन भी किया था।
– चाचौड़ा से पार्टी ने प्रियंका मीणा को प्रत्याशी बनाया है। यहां पर पूर्व विधायक ममता मीणा ने विरोध किया। उन्होंने भाजपा छोड़ आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर ली। आप ने उनको चाचौड़ा से ही प्रत्याशी बनाया है।
– पांढुर्णा सीट से पूर्व न्यायिक अधिकारी प्रकाश उइके को उम्मीदवार बनाया है। दस साल से कांग्रेस के नीलेश उइके यहां से विधायक हैं। कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन्हें बाहरी प्रत्याशी नहीं चाहिए।
यह भी भाजपा झेल चुकी बगावत
कुक्षी सीट पर जयदीप पटेल को उम्मीदवार बनाया है। उनको बाहरी बताया जा रहा है। धरमपुरी में कालू सिंह ठाकुर को प्रत्याशी बनाया गया है। उनका एक ऑडियो वायरल होने के बाद विरोध शुरू हो गया है। इसमें वह एक महिला को अपशब्द कहते सुने जा रहे हैं। झाबुआ सीट पर भानू भूरिया के विरोध हो रहा है। लांजी में आम आदमी पार्टी से भाजपा में आए राजकुमार कर्राहे को टिकट देने का विरोध हो रहा है। चित्रकुट सीट पर पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह गहरवार का विरोध हो रहा है। इसके अलावा गोहद, पिछोर, महाराजपुर ओर छतरपुर सीट पर भी विरोध देखने को मिला था।
भाजपा डैमेज कंट्रोल में जुटी
भाजपा ने तीन सूची जारी करने के बाद अब असंतुष्ट और नाराज नेताओं को मनाने में जुट गई है। इसके लिए पार्टी ने वरिष्ठ नेताओं समेत कई पदाधिकारियों को मैदान में उतार दिया है। अब ये नेता विधानसभा में पहुंच कर नाराज कार्यकर्ताओं और नेताओं को मनाएंगे। साथ ही स्थानीय नेताओं के साथ बैठक कर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने की रणनीति पर आगे बढ़ेंगे।