रेवा झरिया ने तुरंत घायल वनरक्षक को बिछिया अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें एम्बुलेंस से मंडला जिला चिकित्सालय लाया गया। सिविल सर्जन डॉ. विजय धुर्वे के अनुसार, दिलीप रजक की रीढ़ की हड्डी और पसलियों में फ्रैक्चर है, साथ ही पेट में गंभीर अंदरूनी चोटें आई हैं। स्थिति गंभीर होने के कारण उन्हें जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है, जहां विशेषज्ञों की देखरेख में उनका इलाज जारी है।
कान्हा टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर (कोर) पुनीत गोयल ने बताया कि घायल वनरक्षक जबलपुर के अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। उन्हें मल्टीपल फ्रैक्चर और मांसपेशियों में भी गंभीर चोटें आई हैं। वन विभाग द्वारा इलाज और परिजनों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
गौरतलब है कि इस समय पूरे टाइगर रिजर्व में वन्यप्राणी गणना का कार्य चल रहा है, जिसके लिए वनकर्मियों को गहन जंगलों में ट्रांजेक्ट लाइन सर्वे करना होता है। इस दौरान ऐसे जंगली जानवरों से खतरा बना रहता है, जिनकी संख्या और मूवमेंट का आंकलन इसी सर्वे के माध्यम से किया जाता है।