नर्मदापुरम: माखननगर के मूर्तिकार राजेश उर्फ गुड्डू प्रजापति अपनी अनोखी कला के लिए पूरे जिले में चर्चित हो रहे हैं। सीमेंट की मूर्तियों के निर्माण में महारत रखने वाले राजेश की कारीगरी न केवल माखननगर बल्कि नर्मदापुरम जिले और अन्य बड़े शहरों में भी देखने को मिल रही है।

माखननगर के मूर्तिकार राजेश प्रजापति की पहचान
राजेश प्रजापति द्वारा बनाए गए 15 से 20 फीट ऊँचाई वाले शिवजी की मूर्तियाँ आवलीघाट, इटारसी के साथ इंदौर और जयपुर जैसे शहरों में भी स्थापित की जा चुकी हैं। उनके निर्माण की विशेषता इसकी विशालता के साथ-साथ जीवंतता है।
मूर्तिकार राजेश प्रजापति की टीम और मूर्ति निर्माण प्रक्रिया
मूर्तियों को अंतिम रूप देने में राजेश को उनके साथी सुनील, कमलेश और गोविंद प्रजापति का सहयोग प्राप्त है। टीम की एकजुटता और मेहनत ही उनके काम को विशिष्ट बनाती है। मूर्तिकार राजेश बताते हैं कि मूर्ति निर्माण केवल उनका पेशा नहीं, बल्कि एक धार्मिक और सांस्कृतिक जिम्मेदारी भी है।
नवरात्रि पर्व के मद्देनज़र, राजेश और उनकी टीम वर्तमान में मूर्तियों को अंतिम रूप देने में व्यस्त हैं। वे न केवल देवी-देवताओं की प्रतिमाएँ बना रहे हैं, बल्कि उन्हें रंग-रोगन और सजावट के माध्यम से आकर्षक रूप भी दे रहे हैं।
मूर्तिकार राजेश का कहना है कि उनका उद्देश्य केवल मूर्तियाँ बनाना नहीं है, बल्कि माखननगर और नर्मदापुरम जिले को कला के क्षेत्र में एक नई पहचान देना भी है। उन्होंने अपने काम से साबित किया है कि छोटे नगर से निकलकर भी कला की दुनिया में मान्यता हासिल की जा सकती है।
आने वाले समय में राजेश प्रजापति और उनकी टीम और भी बड़े पैमाने पर मूर्तियाँ बनाने की योजना बना रहे हैं, ताकि यहाँ के युवा भी इस क्षेत्र में कदम रख सकें और इसे रोजगार तथा पहचान का माध्यम बना सकें।
माखननगर की धरती पर उभरते हुए इस मूर्तिकार और उनकी टीम ने स्थानीय कला और संस्कृति को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया है। उनकी बनाई मूर्तियाँ न केवल धार्मिक स्थलों को सजा रही हैं, बल्कि लोगों की आस्था और श्रद्धा का केंद्र भी बन रही हैं।