माखननगर: आज गौरव दिवस मनाना हमे याद ही नही रहा कितनी अजीब बात है कि दो साल पहले हमने बड़ा ऐतिहासिक गौरव दिवस मनाया था। क्या वह सिर्फ दिखावे के लिए था। चलों हम भूल गए हमारी आदत है बहुत जल्दी भूल जाते है लेकिन प्रसाशन को भी याद नही रहा कि आज गौरव दिवस के रूप में छोटा ही सही कुछ तो कार्यक्रम कर लेते क्या उसमें भी आचार संहिता आड़े आ जाती। चलो यह भी रहने देते है नगर परिषद या नगर के प्रबुद्ध नागरिकों ने दादा के प्रतिमास्थल की सफाई करना भी उचित नही समझा। प्रतिमास्थल के पास गंदगी का यह आलम था कि आसपास कचड़े का ढेर लगा था और आवारा मवेशियों ने भी डेरा जमा के रखा हुआ था। वही आज के दिन प्रतिमास्थल के आसपास लगने वाली दुकानों को हटाना भी उचित नही समझा।नगर परिषद ने सीरीज लगाकर जरूर यह बताने की कोशिश की आज दादा पं.माखनलाल चतुर्वेदी का जन्मदिवस है।
दो साल पहले हुई थी गौरव दिवस मनाने की घोषणा
माखननगर यानि बाबई पत्रकार, कवि, पंडित स्वर्गीय माखनलाल चतुर्वेदी की जन्मभूमि है। लंबे समय से शहर का नाम माखननगर करने की मांग उठती आ रही थी। वर्ष 2022 में नर्मदा जयंती के दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदापुरम में जलमंच से नर्मदापुरम और माखनगर करने की घोषणा पूरी करने के बाद 4 अप्रैल जयंती के दिन माखनगर का गौरव दिवस मनाया जाएगा इसकी भी घोषणा की थी। उसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मुख्य अतिथि के रुप में समारोह में 4 अप्रेल 22 को शामिल भी हुए और बकायदा गौरव दिवस मनाने के लिए ऐतहासिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। माखननगर को दुल्हन की तरह सजाया गया था। उस समय ऐसा लग रहा था कि प्रतिवर्ष इस तरह का आयोजन किया जाएगा।
देनवापोस्ट को नगर कांग्रेस अध्यक्ष संजय गिल्ला ने बताया कि भाजपा के बारे कांग्रेस जनता को यही बता रही है। कि भाजपा सत्ता पाने के लिए ही दिखवा करती रही है। इसीलिए दो साल पहले मान्यनीय मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने करोड़ो खर्च कर नगर में प्रतिवर्ष दादा माखनलाल चतुर्वेदी के जन्म दिवस पर गौरव दिवस मनाने की घोषणा की थी। गौरव दिवस कि क्या बात करे आज दादा के प्रतिमास्थल की प्रसाशन ने सफाई कराना भी उचित नही समझा।