माखन नगर: सरकारी वेयरहाउस में रखा अनाज प्रबंधन की लापरवाही की वजह से खराब हो गया जिसके के चलते राशन दुकानों नहीं भेजा गया। मीडिया में ऐसी खबर आई कि इस अनाज को ठिकाने लगाने के लिए माखन नगर पोषण आहार संयंत्र केंद्र भेजा गया। इसके बाद फूड विभाग हरकत में आया और मीनाक्षी दुबे जे एस ओ को टीम गठित कर जांच करने के लिए भेजा। लेकिन जांच में टीम को कुछ नहीं मिला।
यह है मामला
विगत दिनों खाद विभाग नागरिक आपूर्ति निगम एवं वेयरहाउस प्रबंधन के अधिकारियों ने सरकारी गोदाम में रखे करीब 1218 क्विंटल अनाज की गुणवत्ता की जांच में पाया कि गेहूं के स्टॉक को चमक कम, मिट्टी , कुसी की मात्रा अधिक, पतले दाने समेत मापदंडों पर खड़ा नहीं उतरने पर अलग रखवा दिए गए थे। इसके बाद परिवहन करता भी गेहूं को पीडीएस के उठाओ के लिए राजी नहीं हुए ।उनका कहना था कि गेहूं क्वालिटी में कमी के साथ बारदाने जगह जगह से कटे फटे एवं सिले हुए हैं व ज्यादा पुराने हैं। गेहूं को राशन दुकानदार हमसे नहीं लेंगे जिससे हमें डबल नुकसान होगा इस वजह से परिवहन नहीं कर सकते हैं। इसलिए इसलिए गेहूं को आनंद-फानन में खपाने को लेकर वेयरहाउस प्रबंधन पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
दीपक विश्वकर्मा सहायक संयंत्र प्रबंधक ने बताया कि हमारे पास जो गेहूं आता है वह तीन क्वालिटी स्टैंडर्ड पास होने के बाद ही फेक्ट्री के अंदर जाता है। जांच टीम आई थी और वह सैंपल हमारे यहां से लेकर गई हैं।
मीनाक्षी दुबे जे एस ओ फूड विभाग ने देनवापोस्ट को बताया कि जैसे ही मुझे इसकी जानकारी लगी मैं अपनी टीम के साथ पोषक आहार संयंत्र केंद्र माखन नगर पहुंची। वहां पर प्रथम दृश्या गेहूं की क्वालिटी में कोई कमी नहीं पाई गई। फिर भी हमारी टीम ने फेक्ट्री से सैंपल कलेक्ट किए हुए जिन्हें जांच के लिए भेजा गया है।