
माखन नगर : जनपद पंचायत माखन नगर के ग्राम पाटनी में जुआ अब चोरी छिपे नहीं खुलेआम हो रहा है। कस्बा व गांव में जुआ के फड़ सुबह ही सज जाते है। ताश के पत्तों पर हजारों के दांव लगा लोग भाग्य आजमा रहे हैं। भाग्य के मोह जाल भरे खेल में सैकड़ों परिवार तबाही का शिकार हो चुके हैं। कहीं ताश के पत्तों पर पपलू तो कहीं किट के नए-नए नाम से जुआ के फड़ सज रहे है। इसमें युवा जुआ के लती होकर घर की पूंजी गंवा बर्बादी के रास्ते पर हैं। पहले पुलिस का नाम सुनते ही जुआरी फड़ छोड़ कर भाग खड़े होते थे। बदले समय में अब पुलिस आते-जाते रहकर जुआरियों में वसूली तक सीमित रहने के कारण जुआरियों को कानून का कोई डर नहीं रहता।

जुआ को लेकर यह हालत किसी एक गांव की नहीं है, बल्कि माखन नगर थाना के कई गांवों में धड़ल्ले से ताश के पत्तों पर जुए के फड़ सुबह से ही शुरू हो जाते हैं। देनवापोस्ट के प्रबुद्ध पाठकों का आरोप है कि पुलिस ने जुआ खेलने की खुली छूट देकर कमाई का जरिया बना रखा है। इससे छात्र जीवन में ही युवक इसके लती होकर घर परिवार के लोगों में कलह का कारण बने हैं। गांवों में ताश के पत्तों पर जुआ की चौपालें सुबह से देर रात तक संचालित होती रहती हैं। इससे गांवों में अराजकता की स्थिति बनी रहती है। जुआरी हजारों का दांव लगाकर पुलिस के लिए चुनौती बने हैं।
