जानिए कौन हैं राजेंद्र शुक्ला जो अब बने मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री

Madhya Pradesh Deputy CM : मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के सीएम का नाम आखिरकार फाइनल हो गया है। बीजेपी ने मोहन यादव का नाम मुख्यमंत्री के लिए चुनकर एक बार फिर सबको चौंका दिया है। उज्जैन दक्षिण से विधायक मोहन यादव (Mohan Yadav) एमपी के नए मुख्यमंत्री होंगे। वहीं राजेन्द्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा डिप्टी सीएम बनेगें। राजेंद्र शुक्ला (Rajendra Shukla) मध्यप्रदेश के रीवा से विधायक हैं और विंध्य के कद्दावर नेता के तौर पर उन्हें जाना जाता है।

बता दें कि राजेंद्र शुक्ला चार बार कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। अपने चुनावी कैरियर में वह अब तक अजेय रहे हैं। खास बात है कि वह ऐसे विधायक हैं जिन्हें हर बार चुनाव जीतने पर मंत्री पद मिला है।

विंध्य के बड़े नेता हैं राजेंद्र शुक्ला

रीवा विधानसभा क्षेत्र में विधायक राजेंद्र शुक्ला को कद्दावर नेता के तौर पर जाना जाता है। साल 2003 में उन्होंने पहली बार BJP के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीता था। इसके बाद लगातार वह रीवा से चुनाव जीतते आए हैं। साल 2018 में वह चौथी बार और अब 2023 में पांचवी बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं।

एमपी के डिप्टी सीएम की कुर्सी पाने वाले राजेंद्र शुक्ला सबसे पहले उमा भारती की सरकार में मंत्री बने। इसके बाद बाबूलाल गौर सरकार में भी उन्हें मंत्री पद मिला। शिवराज सिंह चौहान की सरकार में भी वह राज्य में कैबिनेट मंत्री रहे। बता दें कि वह अब तक 2003, 2008, 2013 और 2023 में मंत्री रह चुके हैं।

पॉलिटिकल करियर
1986 से युवा नेता के तौर पर शुरुआत करने वाले राजेंद्र शुक्ला ने 1998 में विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन वह कांग्रेस के पुष्पराज सिंह से 1394 वोटों से हार गए।

कब मिला कौन सा मंत्री पद?

2003 में पहली बार रिकॉर्ड वोटों से विधानसभा चुनाव जीतने वाले राजेंद्र शुक्ला को आवास और पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का पद दिया गया।

2008 में वह रीवा विधानसभा क्षेत्र से दूसरी बार जीते। और इस बार उन्हें ऊर्जा और खनिज संसाधन मंत्री बनाकर मंत्रीपरिषद में शामिल किया गया।

2013 की बात करें तो मध्य प्रदेश की 14वीं विधानसभा में चुनाव जीतकर आने वाले राजेंद्र शुक्ला को उद्योग नीति और निवेश संवर्धन मंत्री बनाया गया। इसके अलावा उन्होंने जनसंपर्क विभाग भी संभाला।

बता दें कि 2018 में एमपी में कांग्रेस की सरकार बनी थी लेकिन 2020 में यह सरकार गिर गई और एक बार फिर भाजपा सत्ता में आई। इसके बाद 2023 में राजेंद्र शुक्ला को एक बार फिर यानी कुल चौथी बार कैबिनेट में जगह मिली।

सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं राजेंद्र शुक्ला

राजेंद्र शुक्ला की X (Twitter) प्रोफाइल देखें तो पता चलता है कि वह सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं। उन्हें 65000 से ज्यादा लोग X पर फॉलो करते हैं।

सिविल इंजीनियरिंग में बैचलर्स डिग्री

राजेंद्र शुक्ला का जन्म 3 अगस्त 1964 को एमपी के रीवा में हुआ। उनके पिता भइयालाल शुक्ला एक कॉन्ट्रैक्टर और समाज सेवी थे। सरकारी स्कूल से पढ़ने वाले शुक्ला ने गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज रीवा से सिविल इंजीनियरिंग में बैचलर्स की डिग्री ली है। 1986 में वह गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष बन गए थे।

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