थाना
मध्यप्रदेश के खंडवा नगर की समृद्धि टाउनशिप कॉलोनी के सुनसान क्षेत्र में बुधवार को एक युवक का शव मिला है। मिली जानकारी के अनुसार, शव 27 वर्षीय अनुज चौहान का है। जो कि मेडिकल कारोबारी थे। पुलिस को शव के पास से सल्फॉस के पाउच के साथ ही पानी की बोतल में शराब भी मिली है।
हालांकि, पुलिस इस मामले में फिलहाल जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि मृतक शहर के ही गुर्जर हॉस्पिटल के पीछे स्थित प्रेमपुरम कालोनी का रहवासी था। वहीं, आशंका जताई जा रही है कि इस युवा कारोबारी ने आत्महत्या की है। पहले उसने एकांत जगह पर पानी की बोतल में शराब ले जाकर पी होगी, जिसके बाद नशे की हालत में सल्फॉस खा लिया होगा।
निर्वाचन शाखा प्रभारी का था दामाद
इधर, इस मामले में नगर की कोतवाली थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। हालांकि, शहर के मोघट थाना टीआई संजय पाठक के मुताबिक, मंगलवार को अनुज चौहान के लापता होने की शिकायत थाने पर मिली थी, जिसमें बताया गया था कि वह दोपहर एक बजे के करीब घर से बाइक लेकर निकला था, जिसके बाद लौट कर वापस घर नहीं पहुंचा। बता दें कि मृतक जिले की निर्वाचन शाखा के प्रभारी प्रफुल्ल शुक्ला का दामाद था। कॉलोनी से सुबह के समय मॉर्निंग वॉक पर जाने वाले स्थानीय रहवासियों ने कोतवाली पुलिस को उनकी लाश मिलने की सूचना दी थी।
पहले बताया गया था कि कोटवाड़ा रोड पर एक लावारिश बाइक खड़ी है, जिसके बाद जानकारी मिली कि वहां एक व्यक्ति की लाश भी पड़ी हुई है। पुलिस ने शव की पहचान अनुज चौहान के रूप में करते हुए शव को बरामद किया। जिला अस्पताल में उसका पोस्टमॉर्टम कराकर डेथ बॉडी परिजन के सुपुर्द की। उसके बाद भारी संख्या में लोगों की उपस्थिति के बीच राजा हरीश्चंद्र मुक्तिधाम पर अंतिम संस्कार किया गया।
अब तक नहीं मिला किसी तरह का सुसाइड नोट
पुलिस के मुताबिक, अब जांच के लिए मृतक के परिजनों के बयान लिए जाएंगे। फिलहाल, आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। यह बात सामने आई है कि मृतक पहले किसी कंपनी में नौकरी करता था। बाद में खुद का मेडिकल संबंधी बिजनेस भी शुरू किया था। उसने कुछ लोगों से पैसे भी उधार ले रखे थे, जिसे वह चुका नहीं रहा था। इसी सिलसिले में उसने क्रेडिट कार्ड व अन्य साधनों से कर्ज भी ले रखा था। हालांकि, यह सब उसने परिजन को नहीं बताया था।
हालांकि, पुलिस हर एंगल से इसकी जांच कर रही है। परिजन अभी किसी तरह की बात बताने की स्थिति में नहीं हैं। आसपास के रहवासियों के मुताबिक, कभी ऐसा नहीं लगा कि वह इतना गलत कदम उठा लेगा। कर्ज भी होगा, तो चुकाया जा सकता था और उसने सुसाइड भी किया होगा, तो किसी तरह के कागज वहां नहीं मिले हैं। जबकि वह उच्च शिक्षित था। वह नवचंडी मंदिर के पीछे रहता था और आत्महत्या के लिए उसने कलेक्टर बंगले के आगे पड़ेला बाबा रोड को चुना। यह पुलिस को भी समझ नहीं आ रहा है। आत्महत्या करने वाला दोपहर में ही घर से निकला और रात का इंतजार करेगा। इस एंगल से भी पुलिस जांच कर रही है।