मध्यप्रदेश के कटनी जिले में एक बार फिर तेंदुए का शव मिला है। जिसकी सूचना मिलते ही पूरे वन विभाग में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि ढीमरखेड़ा वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्वाल बाबा के जंगलों में देर शाम स्थानीय लोगों ने तेंदुए का शव देखा था, जिसकी जानकारी उन्होंने तत्काल बीट गार्ड सहित वन विभाग के आलाधिकारियों तक पहुंचाई। जिसके बाद कटनी वन विभाग की टीम रेंजर अखिलेश अड़कने के साथ मौके पर जा पहुंची। टीम ने पूरे इलाके को सील करते हुए तेंदुए के शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए जबलपुर भेजा है।
वन परिक्षेत्र में मिले तेंदुए के शव को वन विभाग शुरुआती जांच में शिकार की घटना मान रहा है। ऐसे में डॉग स्क्वायड की टीम को बुलाकर घटनास्थल के करीब 1 किमी परिधि क्षेत्र में में सर्च ऑपरेशन चलाया गया, हालांकि टीम के हाथ कोई सुराग नहीं लगा। मामले की गंभीरता देखते हुए वन विकास निगम के स्टॉफ भी जांच टीम के साथ मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि मृत तेंदुआ नर है, उसके सिर पर चोट के निशान भी मिले हैं। बता दें कि ढीमरखेड़ा के जंगलों में भी तेंदुए का शव मिला था। ऐसे में एक फिर शव मिलने के बाद वन विभाग की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान खड़े हो गए है।
संभागीय प्रबंधक सीमा द्विवेदी ने बताया की ढीमरखेड़ा के वन परिक्षेत्र के ग्वाल बाबा के पास बहते नाले के समीप ही यह डेढ़ वर्षीय नर तेंदुआ मिला था। घटना की जांच के लिए करीब 15 सदस्यीय टीम अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंची थी। टीम ने इलाका सील करते हुए अपने मुखबिर को सक्रिय किए हैं। तेंदुए के शव को परीक्षण के लिए जबलपुर भेजा गया था, अब रिपोर्ट के आधार पर आगे की जांच शुरू होगी। मृत तेंदुए का अंतिम संस्कार अधिकारियों की मौजूदगी में पूरे प्रोटोकॉल के साथ किया जाएगा। अगर, पीएम रिपोर्ट में शिकार होने से जुड़ी जानकारी मिलती है तो जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करेंगे।