मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कर्नाटक में बीजेपी की हार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि बजरंग बलि के रूप में खूब प्रचार किया लेकिन नतीजों में सीटें कांग्रेस के करीब भी नहीं आ सकी।
MP Congress : चुनावी सीजन में सियासत की व्यस्तता ही ऐसी रहती है, उसमें मशगूल नेता कितनी बातों को याद रखें? एमपी में भी अब यही हाल देखने को मिल रहा हैं। पूर्व सीएम और पीसीसी चीफ कमलनाथ कर्नाटक के नतीजों के दो दिन में ही यह भूल गए कि बीजेपी को कितनी सीट मिली हैं?
सोमवार को भोपाल में मीडिया के सवालों की झड़ी लगी थी। तभी कमलनाथ से कर्नाटक चुनाव के सिलसिले में सवाल हो रहे थे। उसी दौरान बोले कि बजरंग बली के नाम पर इतना प्रचार किया, ये सब कहां गया? कम से कम कांग्रेस के आसपास तो आ जाते।
तभी पत्रकारों से ही पूछने लगे कि ‘बीजेपी को कितनी सीट मिली थी, मैं भूल गया..’। तभी सामने जब बताया कि 64 सीट मिली, तो कहा कि आधी ही मिली। उनके दिमाग से यह आंकड़ा तब फिसला जब उनकी पार्टी ने कर्नाटक में रिकॉर्ड जीत हासिल की है। उन्होंने एमपी में कांग्रेस के द्वारा चलाई जा रही नारी सम्मान योजना को मिल रहे रिस्पांस को भी बेहतर बताया।
कमलनाथ ने कहा है कि मध्य प्रदेश में इस बार चुनाव विश्वास के मुद्दे पर लड़ा जाएगा। कौन किस पर कितना विश्वास करता है? ये बहुत बड़ा मुद्दा होगा। एमपी को ‘द केरल स्टोरी’ नहीं बनने देंगे, वाले सरकार के बयान पर कमलनाथ कहने लगे कि उन्होंने न तो ये मूवी देखी है और न उसके बारे में कुछ जानते है।
कर्नाटक की तरह एमपी चुनाव में भी कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में ‘बजरंग दल बैन’ का प्रस्ताव रखेगी या नहीं , इस सवाल पर उन्होंने कहा कि वो किसी को टार्गेट नहीं कर रहे है। हम टार्गेट करेंगे जो सुप्रीम कोर्ट ने कहा है। कोर्ट के आदेश का हम पालन करेंगे। कोई गिल्टी क्यों फील करें। इसलिए बजरंग दल का नाम लेना ठीक नहीं।कमलनाथ ने कई आरोपों पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी झूठ बोलने की फैक्ट्री है। इसके बाद भी चाहते है कि जनता उनकी बात पर विश्वास कर लें। 943 झूठ तो पिछले चुनाव में ही बोले थे, जो दृष्टि पत्र में रहे।