मध्य प्रदेश के जबलपुर में विवादास्पद मामला सामने आया है। कांग्रेस की एक महिला नेत्री ने भगवान परशुराम की तुलना औरंगजेब से की है। इसे लेकर सियासी माहौल गर्माने लगा है। कांग्रेस ने भी महिला नेत्री से स्पष्टीकरण मांगा है।
मध्य प्रदेश के जबलपुर में विवादास्पद मामला सामने आया है। कांग्रेस की एक महिला नेत्री ने भगवान परशुराम की तुलना औरंगजेब से की है। इसे लेकर सियासी माहौल गर्माने लगा है। कांग्रेस ने भी महिला नेत्री से स्पष्टीकरण मांगा है।
सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट साझा करने के मामले में कांग्रेस पार्टी ने पूर्व महिला नगर कांग्रेस अध्यक्ष रेखा विनोद जैन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यह विवाद तब उत्पन्न हुआ जब उन्होंने भगवान परशुराम की तुलना मुगल शासक औरंगजेब से करते हुए एक पोस्ट शेयर की, जिसे हिंदूवादी संगठनों ने आपत्तिजनक बताते हुए विरोध दर्ज कराया।
क्या है पूरा मामला?
रेखा विनोद जैन ने कथाकार मणिका मोहिनी के हवाले से सोशल मीडिया पर लिखा था कि “औरंगजेब ने अपने भाई का सिर काटकर अपने पिता को भेंट किया था, वहीं परशुराम ने अपनी माता का सिर काटकर अपने पिता को भेंट किया था। मेरी समझ से विवेकहीन और वहशी दरिंदे दोनों ही जगह हैं, लेकिन हिंदुत्व की बीमारी ज्यादा खतरनाक है, क्योंकि परशुराम को अवतार तथा धर्म का प्रतीक मानने वाले केवल ब्राह्मण ही नहीं, बल्कि हिंदुओं के भी अगुआ हैं।”
इस पोस्ट के वायरल होने के बाद जबलपुर समेत कई अन्य स्थानों पर हिंदूवादी संगठनों ने इसका कड़ा विरोध किया। विरोध बढ़ता देख रेखा जैन ने विवादित पोस्ट को अपने सोशल मीडिया अकाउंट से डिलीट कर दिया, लेकिन विवाद थमता नहीं दिखा।
कांग्रेस ने जारी किया कारण बताओ नोटिस
नगर कांग्रेस अध्यक्ष सौरभ शर्मा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पूर्व महिला नगर कांग्रेस अध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस जारी किया। नोटिस में कांग्रेस के संविधान का हवाला देते हुए कहा गया कि कांग्रेस का हर सदस्य धर्मनिरपेक्षता, समाजवाद, सामाजिक न्याय और प्रजातांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध होता है।
नोटिस में यह भी उल्लेख किया गया कि किसी भी माध्यम से कांग्रेस की नीतियों और कार्यक्रमों का विरोध करना अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। रेखा विनोद जैन द्वारा साझा की गई पोस्ट धर्मनिरपेक्ष नीति के खिलाफ है और पार्टी की विचारधारा के अनुरूप नहीं है।
राजनीतिक माहौल गरमाया
इस मामले को लेकर कांग्रेस के भीतर भी मतभेद उभरते नजर आ रहे हैं। जहां पार्टी ने इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए नोटिस जारी किया है, वहीं कुछ कार्यकर्ताओं का मानना है कि यह विवाद बेवजह तूल पकड़ा रहा है। उधर, हिंदूवादी संगठनों ने मांग की है कि कांग्रेस रेखा जैन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे और सार्वजनिक रूप से माफी मांगें।