शादी के एक साल बाद मेडिकल अस्पताल आई प्रसूता की डिलीवरी के दौरान खुलासा हुआ कि प्रसूता नाबालिग है। इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने इस जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने प्रसूता के पति सहित चार लोगों के खिलाफ बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम व पॉक्सो एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।
जानकारी अनुसार कटनी निवासी पंद्रह साल नौ माह की किशोरी का विवाह एक साल पहले मंझौली के ग्राम पड़वार निवासी गोलू भूमिया से हुआ था। विवाह के बाद नाबालिग ससुराल आई और पति के साथ रहने लगी। जब वह गर्भवती हुई और विगत दिनों उसे प्रसव पीढ़ा हुई तो उसे मंझौली के शासकीय अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे मेडिकल अस्पताल रेफर किया गया। मेडिकल अस्पताल में जांच के दौरान डॉक्टर्स को पता चला कि गर्भवती नाबालिग है। डॉक्टर्स ने उसका प्रसव कराया और फिर गढ़ा पुलिस को सूचना दी। यह जानकारी मझौली पुलिस के पास पहुंची। जिसके बाद पुलिस ने मामले में पति और अन्य के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है।