इस मुहाड़ी फाॅल में डूबे दो युवक।
दोनो युवकों के साथ दो और साथी थे, लेकिन वे पहाड़ी पर रुके थे,जबकि मयंक निनामा और शिवांग ठाकुर झरने के कुंड में नहाने के लिए उतरे थे। जब वे दोनो दो घंटे तक नहीं लौटे, तो दोनो दोस्तों ने चौकीदार का इसकी जानकारी दी।
चौकीदार ने नीचे आवाज दी, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। अंधेरा होने के कारण रात को तो नहीं खोजा नहीं जा सकता। गुरुवार सुबह खुडैल थाने के पुलिस जवान और एसडीआरएफ के गोताखोर उन्हें खोजने पहुंचे। 20 घंटे बाद शाम को मयंक का शव दल को गहराई में फंसा मिला। दूसरा सथी शिवांग अभी भी लापता है।
घर पर नहीं बताया था
मयंक और शिवांग दोनो दोस्त है। वे अपने दो अन्य दोस्तों के साथ मुहाड़ी फाॅल पर आए थे। दूसरे दोस्तों ने तो फिसलन होने की वजह से कुंड में जाने से इनकार कर दिया,लेकिन मयंक और शिवांग नहाने चले गए।
मयंक आईटीआई का कोर्स कर रहा था। उसके पिता आटो रिक्शा चलाते है। जिस फाॅल में दोनो डूबे है। वहां पहले भी कई बार हादसे हो चुके है। यहां पर पानी में स्नान न करे और गहराई की चेतावनी का बोर्ड भी लगाया गया है, लेकिन कई बार युवक इसे नजरअंदाज करते हुए नहाने उतर जाते है और फिर हादसा हो जाता है।