मृतक गजानंद।
राऊ पुलिस थाने में 23 अगस्त को गजानंद परिहार की गुमशुुदगी दर्ज हुई थी। पुलिस ने उसके दोस्तों सेे पूछताछ की और शंका होेने पर आशीष पंवार और उसके दो साथी धीरज और राहुल को पकड़ लिया।
पूछताछ मेें पता चला कि गजानंद ने पत्नी के इलाज के लिए आशीष से 32 हजार रुपये लिए थे, लेकिन वह चुका नहीं पा रहा था। इसे लेकर दोनों में विवाद भी हुआ था। पुलिस के अनुसार 23 अगस्त को गंजानद को आशीष ने अपनी कार मेें ड्रायवर सीट के बगल वाली सीट पर बैठाया और पातालपानी रोड पर रस्सी से उसका गला घोट दिया। पहले वे लाश को पातालपानी के जंगलों मेें ठिकाने लगाना चाहते थे, लेकिन बाद मे वे लाश को लेकर राजपुर के जंगल पहुंचे और वहां गाड़ दिया।
पुलिस की जांच को भटकाने के लिए गजानंद के मोबाइल को उन्होंने महू से उज्जैन जाने वाली ट्रेन में फेंक दिया था। पुलिस को पहले फोन की लोकेशन महू मिली, इसके बाद उज्जैन मिली। आरोपियों के फोन की लोकेशन भी वहां मिली। बाद में महू मार्ग के टोल पर भी गजानंद उनकी कार में सवार दिखा। इसके बाद पुलिस ने हत्या की गुत्थी सुलझा ली। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें राजपुरा के जंगल लेकर पुलिस गई है, ताकि उनकी बताई जगह पर खुदाई कर लाश बरामद की जा सके।