भाजपा विधायक गोलू शुक्ला के बेटे की दादागिरी को संगठन ने भी गंभीरता से लिया है। मामले का पटाक्षेप करने के लिए आखिरकार विधायक गोलू शुक्ला पर संगठन ने दबाव बनाया और पांचों आरोपी मंगलवार शाम देवास के कोतवाली थाने पहुंचे। वहां आरोपियों ने सरेंडर किया। थाने में जमानत समेत अन्य कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद विधायक पुत्र देवास टेकरी स्थित मां चामुंडा मंदिर पहुंचे और वहां दर्शन किए। इसके बाद वे उस पुजारी से मिले, जिसने मारपीट की शिकायत थाने में की थी। रुद्राक्ष ने पुजारी के पैर छूकर माफी मांगी। इसके बाद पुजारी ने भी रूद्राक्ष को चुनरी पहनाई।
क्या बोले पुजारी?
अभद्रता के शिकार हुए पुजारी ने कहा कि विधायक के बेटे रुद्राक्ष ने मांफी मांग ली है। उन्होंने अपनी गलती स्वीकार कर ली है, उन्होंने कहा कि हमसे लगती हुई है, हम आपका सम्मान करते हैं और आगे भी करते रहेंगे। पुजारी ने बताया कि रुद्राक्ष ने उन्हें इंदौर आने का भी निमंत्रण दिया है। अब जो हुआ सो गया, हमनें इस मामले छोड़ दिया है।
मंदिर पहुंचकर मत्था टेका
विधायक पुत्र रुद्राक्ष व अन्य के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया था। थाने से वे अपने रिश्तेदार कमल और बब्बी शुक्ला के साथ देवास टेकरी स्थित माता मंदिर पहुंचे। उन्होंने मंदिर की सीढ़ी पर शीश नवाया और फिर माता प्रतिमा के सामने मत्था टेका। पुजारी ने उन्हें प्रसाद भी दिया।
बैठक के बाद बनी माफी मांगने की रणनीति
विधायक गोलू शुक्ला के बेटे की दादागिरी मामले को प्रदेश भाजपा संगठन ने भी गंभीरता से लिया है। संघ के पदाधिकारी रहे प्रकाश सोलपुरकर के निधन पर शोक प्रकट करने आए भाजपा के प्रदेश महामंत्री हितानंद शर्मा से विधायक गोलू शुक्ला, रमेश मेंदोला व अन्य नेतागणों ने मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार हितानंद ने मामले में नाराजगी जाहिर की। इस बैठक में ही रणनीति बनी कि विधायक गोलू शुक्ला अपने बेटे से माफी मंगवाकर मामले का पटाक्षेप करें। इसके बाद मंगलवार शाम को रुद्राक्ष देवास पहुंचे थे।