
विधायक भंवर सिंह शेखावत
अमर उजाला से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि अभी मेरे पास इंदौर से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव नहीं आया है। मेरा इंदौर से चुनाव लड़ने का कोई इरादा भी नहीं है। शेखावत ने कहा कि इंदौर में कई योग्य नेता है जो चुनाव लड़ सकते है। मुझे बदनावर की जनता ने चुना है। मैं पांच साल उनकी सेवा करना है।
इसलिए चर्चा में है शेखावत का नाम
शेखावत भाजपा में वर्षों तक रहे। वे पांच नंबर विधानसभा क्षेत्र के विधायक भी रह चुके है। कई भाजपा नेताअेां से उनके आज भी संबंध है। कांग्रेस के रणनीतिकारों का मानना है कि कांग्रेस प्रत्याशी के रुप में शेखावत इंदौर में भाजपा के उम्मीदवार को अच्छी टक्कर दे सकते है।
भाजपा के नाराज कार्यकर्ता भी शेखावत की चुनाव में मदद कर सकते है। इंदौर से कांग्रेस पंकज संघवी, सत्यनारायण पटेल को दो बार सांसद का उम्मीदवार बना चुकी है। संजय शुक्ला मेयर और विधायक का चुनाव लगातार हार चुके है, इसलिए कांग्रेस इंदौर के लिए नया चेहरा खोज रही है। शेखावत भले ही इंदौर से चुनाव लड़ने के लिए फिलहाल इनकार कर रहे है, लेकिन राहुल गांधी की न्याय यात्रा बदनावर से भी गुजरेगी। यदि कांग्रेस के बड़े नेता शेखावत पर दबाव बनाएंगे तो शेखावत की ‘न’ फिर ‘हां’ में तब्दील हो सकता है।