वाहन का गेट खुलते ही वह रजनीकांत की एक्टिवा से टकराया, जिससे रजनीकांत असंतुलित होकर सड़क पर जा गिरे। गिरते समय उनका सिर सड़क किनारे पड़े एक पत्थर से टकराया और उन्हें गंभीर चोट आई। हादसे के बाद वाहन में मौजूद हेल्पर जितेन्द्र और ड्राइवर ने रजनीकांत को नजदीकी निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां से उन्हें एमवाय अस्पताल रेफर किया गया।
इलाज के दौरान तोड़ा दम, दर्ज हुआ केस
एमवाय अस्पताल में इलाज के दौरान मंगलवार सुबह रजनीकांत की मौत हो गई। सेन्ट्रल कोतवाली पुलिस के अनुसार, घायल अवस्था में रजनीकांत होश में थे और उन्होंने खुद हादसे की पूरी जानकारी पुलिस को दी थी। उनके भाई रमाकांत काटकर के बयान के आधार पर पुलिस पहले ही लोडिंग वाहन के हेल्पर के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कर चुकी थी।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
रजनीकांत अपने पीछे माता-पिता, छोटा भाई, पत्नी और पांच साल की बेटी को छोड़ गए हैं। परिवार के लिए यह हादसा गहरा आघात है, खासतौर पर तब जब उनकी पत्नी गर्भवती हैं। अब पुलिस ने मर्ग कायम कर आगे की धाराएं जोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी है। घटना ने शहर में सड़क सुरक्षा और वाहन चालकों की लापरवाही पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।