बूथ अध्यक्षों केे कार्ड इस तरह बनाए गए।
मध्य प्रदेश के चुनाव में इस बार गुजरात पेटर्न पर चुनाव हो रहे है। 39 सीटों पर चुनाव से चार माह पहले प्रत्याशी घोषित करने के बाद बची सीटों की ग्राउंड रिपोर्ट तैयार करने के लिए गुजरात से विधायकों को सात दिनों के लिए मध्य प्रदेश में भेजा गया है। इन विधायकों ने गुजरात की तर्ज पर बूथ कमेटियों पर जोर दिया। बूथ अध्यक्षों के परिचय पत्र भी सात दिनों में उन्होंने बनाकर वार्ड अध्यक्षों को सौंप दिए, ताकि वे और अच्छी तरह से बूथ स्तर तक काम कर सके। इस कार्ड पर बूथ अध्यक्ष के फोटो के साथ वार्ड और क्षेत्र की जानकारी दी गई है। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के अलावा विधायक के फोटो भी आईडी कार्ड पर है।
गुजरात की विधायक संगीता पाटिल ने बताया कि गुजरात चुनाव में भी बूथ कमेटियों पर ही फोकस किया गया था। इस वजह से इस बार गुजरात में भाजपा चुनाव जीती है। इंदौर के विधानसभा क्षेत्रों में भी हमने यहीं किया। यहां बूथ स्तर अध्यक्षों से हमने सीधे बात की। इसके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक के पदाधिकारी बूथ संपर्क अभियान के तहत बूथ अध्यक्षों से सीधे फोन लगाकर बात कर रहे है और अपने नंबर सेव करा रहे है।
विधायकों की कुंडली भी तैयार
वर्तमान विधायकों से जनता खुश है या नहीं। इसका भी जानकारी भी गुजरात से आए विधायकों ने जुटाई। इसके लिए उन्होंने सीधे क्षेत्र की जनता से संपर्क किया । यह सवाल भी पूछे गए कि जनता वर्तमान विधायक को दोबारा विधायक के रुप में देखना चाहती है या नहीं। सात दिन विधानसभा क्षेत्रों के भ्रमण के बाद गुजरात के विधायक तैयार की गई रिपोर्ट शीर्ष नेतृत्व को सौंपेंगे।