कांग्रेस कार्यालय में विजयवर्गीय
दोनों को प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सात दिन के लिए निलंबित कर दिया, हालांकि शनिवार को निलंबन अवधि समाप्त हो गई, लेकिन नोटिस अभी चर्चा में आया।
यादव का कहना है कि विजयवर्गीय मामले में हमने प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेेटी अध्यक्ष जीतू पटवारी को मौखिक रुप से जवाब दे दिया, लेकिन हमने निलंबन के नोटिस का जवाब नहीं मिला।
मंत्री विजयवर्गीय के गांधी भवन पहुंचने पर उनका स्वागत कांग्रेस पदाधिारियों ने फूलों का गुलदस्ता देकर किया और उन्हें गुलाब जामुन भी परोसे गए। उनकी इस तरह से अवभगत से कई नेता नाराज थे। भोपाल मेें आयोजित बैठक मेें नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने यह मुद्दा उठाया था।
बैठक में अन्य पदाधिकारी भी बोले थे कि जिस मंत्री ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय बम की नाम वापसी कर लोकतंत्र की हत्या की। उसका गांधी भवन में स्वागत नहीं होना चाहिए था।
इस बैठक के बाद ही गुपचुप तरीके से प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने जिला और नगर अध्यक्ष को सात दिन के लिए निलंबित कर जवाब मांगा था। नोटिस में कहा गया था कि जिस व्यक्ति ने इंदौर के वोटरों से मदाधिकार छिनने का कृत्य किया। उसकी निंदा इंदौरवासियों ने की। उसका स्वागत करना अनुशासनहीनता की श्रेणी मेें आता है। अत: जिला अध्यक्ष व शहर अध्यक्ष को सात दिन केे लिए निलंबित कर दिया जाता है।