हिन्दू धर्म के ज्यादातर घरों में भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की पूजा विशेष रूप से की जाती है।लेकिन लड्डू गोपाल की सेवा और आराधना के दौरान वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करना अत्यंत आवश्यक माना जाता है। ऐसा करने से साधक को पूजा, सेवा का पूर्ण फल प्राप्त होता है और भगवान श्रीकृष्ण की विशेष कृपा प्राप्त होती है। हालांकि, इसका लाभ तभी मिलेगा जब घर में लाए लड्डू गोपाल को सही दिशा में स्थापित करें। ऐसे में सवाल है कि आखिर घर में लड्डू गोपाल को किस दिशा में स्थापित करें। इस बारे में denvapost को बता रहे हैं ज्योतिषाचार्य महेश व्यास
कब लाएं लड्डू गोपाल की प्रतिमा?
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक, लड्डू गोपाल की नई मूर्ति लाने के लिए जन्माष्टमी का दिन सबसे शुभ माना जाता है। यदि जन्माष्टमी पर संभव न हो तो भादो या फिर सावन माह के किसी भी दिन लड्डू गोपाल को घर लाया जा सकते हैं। इसके अलावा, किसी भी महीने की एकादशी तिथि के दिन भी घर में लड्डू गोपाल को लाया जा सकता है।
घर की इस दिशा में स्थापित करें मूर्ति
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में लड्डू गोपाल की मूर्ति को स्थापित करना सबसे शुभ माना जाता है। क्योंकि वास्तु के अनुसार, यह दिशा आध्यात्मिक ऊर्जा से जुड़ी हुई होती है। इसलिए इस दिशा में लड्डू गोपाल की प्रतिमा स्थापित करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है और घर में खुशहाली रहती है।
ऐसे स्थापित करें लड्डू गोपाल
ज्योतिषाचार्य की मानें तो लड्डू गोपाल की मूर्ति को घर के मंदिर या पूजा स्थल में स्थापित करने के लिए हमेशा किसी ऊंचे स्थान का चयन करना चाहिए। क्योंकि लड्डू गोपाल को ऊंचे स्थान पर ही विराजमान किया जाता है, इसके लिए आप चौकी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं या फिर अगर आप चाहें तो लड्डू गोपाल को झूले पर भी विराजमान कर सकते हैं।
लड्डू गोपाल की पूजा विधि
घर के मंदिर में लड्डू गोपाल को स्थापित करने के बाद रोज सुबह-शाम पूजा करना जरूरी है। नियमित रूप से स्नान के बाद मंदिर को साफ रखें और पूजा करें। ध्यान रहे कि, पूजा में शुद्ध सामग्री का ही उपयोग करना है। मंत्रों का जाप करें और लड्डू गोपाल को नियमित भोग लगाएं। लड्डू गोपाल की सेवा पूर्ण श्रद्धा से करें, संभव हो तो उनको नियमित स्नान कराएं और रोज उनको स्वच्छ वस्त्र पहनाएं।