
जबलपुर।प्रदेश का सबसे लंबा फ्लाईओवर जबलपुरवासियों के लिए सुविधा और आधुनिकता की सौगात बनकर सामने आया था। लेकिन अब यही फ्लाईओवर स्थानीय रहवासियों के लिए परेशानी का कारण बनता जा रहा है।
शुरुआत में फ्लाईओवर पर रील बनाने वालों और स्टंटबाजों की गतिविधियों ने यातायात और राहगीरों को परेशान किया। अब समस्या और गहरी हो गई है। फ्लाईओवर से सटे घरों के लोग असामाजिक तत्वों की हरकतों से त्राहिमाम कर रहे हैं।
रहवासियों का कहना है कि रात के अंधेरे में उपद्रवी तत्व फ्लाईओवर से बोतलें फेंक देते हैं। कई बार टूटी हुई बोतलें घरों के आंगन और सड़कों पर गिर चुकी हैं। गुटखा की पीक, कचरा और खाने-पीने का जूठन दीवारों और आंगनों में फेंकना आम हो गया है। इससे न सिर्फ गंदगी फैल रही है बल्कि महिलाओं और बच्चों तक को घर से बाहर निकलने में असहजता महसूस हो रही है।
भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ ने इस समस्या को गंभीर बताते हुए लोक निर्माण विभाग से फ्लाईओवर की दीवारों पर ग्लास प्लेट लगाने की मांग की है। संगठन के सचिन गुप्ता ने बताया कि लगातार शिकायतों और सोशल मीडिया पर साझा की गई तस्वीरों से यह स्पष्ट है कि लोग मानसिक तनाव और असुरक्षा का सामना कर रहे हैं।
संगठन का यह भी कहना है कि यदि समय रहते सुरक्षा के ठोस इंतज़ाम नहीं किए गए तो उपद्रवी तत्व धार्मिक स्थलों तक को निशाना बना सकते हैं। विशेषकर रानीताल स्थित प्रसिद्ध हनुमान मंदिर की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई गई है।
इधर ट्रैफिक विभाग ने रविवार को फ्लाईओवर पर अतिरिक्त बैरिकेड्स लगाए ताकि गाड़ियों की अनियंत्रित आवाजाही और स्टंटबाजी पर रोक लगाई जा सके।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि फ्लाईओवर के निर्माण से जहां आवाजाही आसान हुई है, वहीं सुरक्षा और शांति की नई चुनौती खड़ी हो गई है। रहवासी प्रशासन और पुलिस से अपील कर रहे हैं कि असामाजिक गतिविधियों पर कड़ी कार्रवाई कर उन्हें सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराया जाए।