Diabetes Risk and Symptoms: डायबिटीज की बात करें तो यह स्लो पॉइजन की तरह लोगों को निगल रही है. आधे लोग तो ऐसे हैं, जो ये मानने को ही तैयार नहीं हैं कि उन्हें डायबिटीज है. आधे लोग जागरूक ही नहीं हैं, लेकिन यह बीमारी धीरे-धीरे दिल, पेट, लिवर, किडनी, आंख और ब्रेन तक को प्रभावित कर रही है और लोगों को अपना शिकार बना रही है. डायबिटीज़ एक महामारी बनती जा रही है. इससे एक बड़ी आबादी को खतरा हो सकता है. इस बीमारी के कारण भारत में स्थिति खराब होती जा रही है. भारत में यह बीमारी महामारी का रूप लेती हुई दिख रही है. देश में 10 करोड़ से ज्यादा लोग इस बीमारी की चपेट में हैं. हाल ही में आईसीएमआर की स्टडी में यह खुलासा हुआ है.
कोरोनाकाल के बाद यह देखा गया है कि लोग लाइफस्टाइल संबंधित बीमारियों से परेशान हैं, क्योंकि पिछले कुछ साल में लोगों ने वर्क फ्रॉम होम को ज्यादा तवज्जो दिया है. आज भी कई लोग ऐसे हैं, जो घर से काम कर रहे हैं, जिसके चलते उनका ज्यादातर वक्त ऑनलाइन स्क्रीनिंग के बीच बीत रहा है. इस वजह से ऐसे लोगों की फिजिकल एक्टिविटी बहुत कम हो गई है.
लोग क्यों हो रहे हैं डायबिटीज से ग्रस्त?
न्यूज़ 18 से बातचीत में डॉ. नीलम बिष्ट ने कहा कि सबसे पहले तो यह समझना बहुत जरूरी है कि डायबिटीज़ लोगों को अपना शिकार क्यों बना रही है? लाइफस्टाइल संबंधित कई बीमारियां हैं, जो धीरे-धीरे लोगों को अपना शिकार बना रही हैं. डॉ. नीलम ने बताया कि यह आंकड़े अपने आप में बहुत खतरनाक हैं. ये आंकड़े ये बता रहे हैं कि देश की आबादी किस खतरे की तरफ पहुंच रही है. 10 करोड़ लोगों को डायबिटीज होना अपने आप में बता रहा है कि जिस तरीके से हम लोग मशीन पर डिपेंडेंट हैं और फिजिकल वर्क नहीं करते, बाहर के खानपान, प्रोसेस्ड फूड पर निर्भर हैं, इन्हीं वजहों से लोगों को यह दिक्कत हो रही है. सबसे बड़ी बात यह है कि जो लोग डायबिटिक हैं, उन्हें यह बात पता ही नहीं है कि वह डायबिटीज के शिकार हो चुके हैं, क्योंकि रेगुलर तौर पर चेकअप नहीं कराते हैं. अगर डायबिटीज लेवल बढ़ा जाता है तो ये लोग इस बात को एक्सेप्ट नहीं करना चाहते की उन्हें यह बिमारी हो गई है.
क्या है डायबिटीज बढ़ने की वजह?
डॉ. नीलम ने बताया कि डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसका सीधा असर लाइफस्टाइल पर पड़ता है. आजकाल लोग ज्यादातर तनाव में जीते हैं. रोटी दाल, सब्जी और पोषण से भरपूर खाने के अलावा, लोग पिज्जा, बर्गर जैसी चीजों पर निर्भर हैं. यही धीरे-धीरे उनके लिए जहर बनता जा रहा है. ऐसे ही लोग लापरवाह रहेंगे तो इसका सबसे ज्यादा असर बच्चों पर भी पड़ सकता है. बाहर का खाना, मसालेदार, तली हुई चीजों का सेवन आजकल लोगों की डाइट में शुमार हो गया है, जिसके चलते कई बीमारियां होती जा रही हैं. फिजिफल एक्टिविटी ना के बराबर है. लोग टहलते नहीं हैं.
क्या हैं डायबिटीज के लक्षण?
इसके लक्षणों की बात की जाए तो आमतौर पर कोई ऐसे लक्षण नहीं नजर आते. जब शुगर लेवल 300-400 तक रहने लगे, तब आपको लक्षण महसूस होते हैं. ज्यादा नींद आना, थकान महसूस करना, सिर में दर्द रहना, चिड़चिड़ापन होना आदि डायबिटीज के मुख्य लक्षण हैं.
क्या करें, क्या ना करें?
सबसे जरूरी है कि आप अपना वेट कंट्रोल में रखें. हेल्दी और पौष्टिक डाइट लें. डाइट में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट इन सबका एक राइट अमाउंट शामिल हो. योग और एक्सरसाइज करें. शारीरिक रूप से एक्टिव रहें.