बेंगलुरु — कर्नाटक विधानसभा में मंगलवार को भाजपा विधायकों ने धर्मस्थल में कथित गुप्त दफ़नाने के मामले पर सरकार से अंतरिम रिपोर्ट जारी करने की मांग की। भाजपा विधायक वी. सुनील कुमार ने आरोप लगाया कि चल रही जांच के नाम पर एक हिंदू धार्मिक स्थल को बदनाम करने की लगातार कोशिश हो रही है।
सुनील कुमार ने शून्यकाल के दौरान कहा कि मुखबिर ने शुरुआत में पाँच-छह स्थानों की पहचान की थी, लेकिन अब तक 15-16 जगहों की खुदाई हो चुकी है और प्रथम दृष्टया कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि एसआईटी केवल शिकायत के आधार पर इतनी खुदाई नहीं कर सकती और अफवाहों पर रोक लगाने के लिए सरकार को कदम उठाना चाहिए।
मंगलवार को एसआईटी ने मंदिर नगरी में व्हिसलब्लोअर द्वारा बताए गए 13वें स्थान का निरीक्षण किया। अब तक जांच में दो कंकालों के अवशेष मिले हैं। विधायक कुमार ने मांग की कि मंदिर नगरी के बारे में “झूठे दावे” करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और गृह मंत्री जांच की प्रगति पर बयान दें।
गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने बताया कि 19 जुलाई को गठित एसआईटी जांच में जुटी है और रिपोर्ट जांच के एक चरण पूरा होने के बाद ही पेश की जाएगी। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट आने तक विधानसभा में इस मामले पर चर्चा नहीं होगी।
भाजपा विधायक सुरेश कुमार ने आरोप लगाया कि प्रभारी मंत्री दिनेश गुंडू राव ने पहले कहा था कि जिला पुलिस जांच करने में सक्षम है, लेकिन वामपंथी समूहों के दबाव में केस एसआईटी को सौंपा गया। राव ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कई समूहों ने याचिकाएँ दायर की थीं और सरकार निष्पक्ष रहते हुए सच्चाई सामने लाना चाहती है।
भाजपा ने गृह मंत्री से एसआईटी से अंतरिम रिपोर्ट मंगवाने की मांग दोहराई।