Denvapost Exclusive : तहसीलदार के ड्राइवर ने कार्यालय में की तोड़फोड़ साहब बने रहे मूक दर्शक

माखन नगर : तहसील कार्यालय में तहसीलदार के ड्राइवर ने शराब पीकर कार्यालय में तहसीलदार के डेस्क पर चढ़कर तोड़फोड़ की, वही करीब 12 दिन बीत जाने के बाद भी तहसीलदार द्वारा इस मामले में कोई एफआईआर नहीं की गई।

मामला माखन नगर तहसील का जो आजकल सुर्खियों में है लोग खुलकर तो बात नहीं कर रहे लेकिन चर्चा का विषय बना हुआ हैं। कि तहसीलदार के ड्राइवर ने कार्यालय में हंगामा किया लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई आखिर क्यों ? सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार यह घटना 19 मई 2025 दिन सोमवार करीब शाम 6 बजे की हैं। जब तहसील कार्यालय में तहसीलदार का ड्राइवर विनोद कनोजिया आकर कंप्यूटर ऑपरेटर भविष्य बड़गूजर से शराब के नशे में आकर पेंडिंग केसों की जानकारी मांगता है। इस पर ऑपरेटर ने कहा कि मैने साहब को जानकारी दे दी है , तुम साहब से बात करो।

इसके बाद ड्राइवर तहसीलदार के पास डेस्क पर पहुंचता है और नशे की हालत में साहब से बात करता है। तहसीलदार अनिल पटेल स्टॉप से इसे बाहर करने को कहते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ड्राइवर बहस करते हुए डेस्क पर चढ़ जाता है तो तहसीलदार वहां से उठकर अपने केबिन में आ जाते हैं। उसके बाद ड्राइवर विनोद गुस्से में डेस्क की कुर्सी को लात मारकर गिरा देता है। कुछ कर्मचारी उसे रोकने की कोशिश करते हैं तो धक्का मुक्की में कार्यालय का कम्प्यूटर मॉनिटर भी टूट गया।

स्टॉप ने घटना को लेकर चुप्पी साधी

वही जब Denvapost ने घटना को लेकर स्टॉप से बात करनी चाही तो कर्मचारी गोल मोल जवाब देते नजर आए। वही जब उनसे यह कहां गया कि जब कुछ हुआ ही नहीं तो मॉनिटर कैसे टूटा इसका किसी के पास कोई जवाब नहीं था।

सीसीटीवी बंद क्यों ?

वैसे तो तहसील कार्यालय में सी सी टीवी कैमरे लगे हुए हैं। लेकिन यह घटना तहसीलदार के डेस्क की है जहां पर कैमरा लगा तो हैं लेकिन वह बंद है। आखिर ऐसा क्यों ? वही अन्य सी सी टीवी कैमरे में ड्राइवर को कार्यालय में नशे में आते जाते हुए देखे जा सकता है।

कार्रवाई नहीं करना कोई मजबूरी तो नहीं

अब सवाल यह उठता है कि इस घटना के 12 दिन बाद भी एफ आई आर क्यों नहीं हुई ? क्या तहसीलदार के प्राइवेट ड्राइवर को इतनी छूट हैं कि वह कार्यालय आकर केस की जानकारी ले ? हो सकता है कि कर्मचारी एवं शाखा प्रमुख को यह मामला छोटा लगता हो लेकिन कोर्ट के डेस्क पर जहां नेता भी नहीं जा सकते हैं वहां पर एक मामूली सा ड्राइवर जाकर हंगामा कर देता है और अधिकारी द्वारा कार्रवाई नहीं करना यह संशय पैदा कर हैं कि अधिकारी द्वारा ड्राइवर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करना कही कोई मजबूरी तो नहीं ।

उसे हटा दिया गया है

तहसीलदार अनिल पटेल ने denvapost को बताया कि घटना के बाद ड्राइवर को हटा दिया गया है। डेस्क पर जाकर उसने कुछ किया है इसका अभी कोई प्रमाण नहीं है न ही किसी ने शिकायत की है इस कारण एफ आई आर नहीं की गई है।

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