भगवान शिव आदि देव हैं। इनकी महिमा का पार पाना संभव नही है, जिस प्राणी पर भोलेनाथ की कृपा हो जाए फिर उसके लिए जीवन में सुख शांति, वैभव की कोई कमी नहीं होती। वही माखन नगर में भी एक ऐसा वेयरहाउस भी जिसका नाम भी आदिदेव जिसकी कृपा किसी अधिकारी पर हो जाए फिर उसके लिए जीवन में सुख शांति, वैभव की कोई कमी नहीं होती और नाराजगी ट्रांसफर तक कर सकती हैं। ठीक ऐसा ही माखन नगर MPWLC प्रबंधक स्वेता पावर के साथ हुआ उन्होंने सपने भी नहीं सोचा था कि आदिदेव वेयरहाउस कि शिकायत उच्च अधिकारी करना इतना भारी पड़ेगा कि मात्र चार माह में ही विदाई तय हो जाएगी। ऐसा लग रहा है अब इस देश में ईमानदारी से काम करना कठिन होता जा रहा है।
सत्य के साथ खड़ा होने वाले अफसरों का सरकार भी कभी अपेक्षित साथ नहीं देती है। इन्हें समाज भी आदर या सुरक्षा देने के लिए तैयार नहीं है। यह स्थिति सच में अत्यंत ही गंभीर और दुर्भाग्यपूर्ण है। ईमानदार अफसरों को जीवन भर भटकना ही पड़ता है। उन्हें भ्रष्ट राजनेताओं और उच्चाधिकारियों द्वारा प्रमोशन से अकारण वंचित किया जाता है। साथ ही ट्रांसफर की तलवार तो उन पर हमेशा लटकी ही रहती है।
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MPWLC प्रबंधक का क्षेत्रीय कार्यालय ट्रांसफर
MPWLC के पत्र क्रमांक मप्र वेलाका/ स्था / 2025/ 2477 के अनुसार प्रशासकिय
कार्य सुविधा की दृष्टि आगामी आदेश तक अस्थाई स्थानांतरण क्षेत्रीय कार्यालय नर्मदापुरम स्वेता पवार प्रबंधक (गुणवत्ता निरीक्षण) एवं हेमंत कुमार चंदेल ( कनिष्क सहायक) को माखन नगर के लिए आदेश जारी किया गया है। अब देखना यह है कि श्याम लाल हौसले का जब स्थानांतरण हो गया था तो उन्हें धान एवं गेहूं उपार्जन के बाद रिलीव किया गया था। वही क्या स्वेता पवार भी मूंग उपार्जन तक रहेंगी या चली जाएगी।
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शिकायत करना भारी पड़ा
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार 16 जुलाई 25 को स्वेता पवार द्वारा MPWLC के क्षेत्रीय प्रबंधक पत्र लिखकर अवगत कराया जाता है कि माखन नगर शाखा अंतर्गत मूंग उपार्जन केंद्रों एवं MPWLC के कर्मचारियों पर दबाव बनाया जा रहा है। पत्र में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया कि उपार्जन के शुरुआत से ही सेवा सहकारी समिति बहारपुर , आदि देव वेयरहाउस पर अमानक स्तर की मूंग की तुलाई की जा रही है एवं निगम कर्मचारियों द्वारा विरोध करने पर उन्हे धमकी दी जा रही है। वही गोदाम का वीडियो नहीं बनाने का दबाव बनाया जा रहा है और उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। जिसके किसी भी निगम कर्मचारियों उपार्जन केंद्र पर जाने से मना कर दिया है। सूत्रों की माने तो करीब बारह कर्मचारियों ने आदि देव वेयरहाउस पर जाने से मना कर दिया है। आदि देव वेयरहाउस कि शिकायत उच्च अधिकारी करना इतना भारी पड़ा कि उनका स्थानांतरण नर्मदापुरम हो गया। वही यह भी चर्चा है कि चेतन वेयरहाउस पर अमानक मूंग पर ताला खोलने का दबाव बनाया जा रहा है जिसका खामियाजा स्वेता पवार को भुगतना पड़ा है।
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आदि देव वेयरहाउस के स्टेक की होगी जांच
सूत्रों से यह दावा किया जा रहा है कि जिला उपार्जन समिति द्वारा सेवा सहकारी समिति बहारपुर जो मूंग का उपार्जन आदि देव वेयरहाउस में किया गया है उन स्टेको में Non FAQ माल रखा जिसकी शुक्रवार को जांच होना है। जिसके लिए सर्वेयर सुपर वाइजर को निर्देश दे दिए गए हैं।
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