दमोह में आवारा मवेशी।
दमोह जिले में सड़कों पर घूम रहे आवारा गोवंश के कारण बढ़ती दुर्घटनाओं को देखते हुए, सागर कमिश्नर ने कलेक्टर को निर्देशित किया है। इसके बाद, जिला पंचायत सीईओ अर्पित वर्मा ने सभी जनपद सीईओ को आदेश जारी किए हैं कि यदि पंचायतों के पास गोशालाएं नहीं हैं, तो उन्हें बाड़े बनाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही, सड़कों पर मवेशी छोड़ने पर पशु मालिकों के खिलाफ जुर्माना लगाया जाएगा।
सड़कों पर आवारा गोवंश की वजह से वाहन दुर्घटनाओं की बढ़ती घटनाएं चिंता का विषय बन गई हैं। हाल ही में बटियागढ़-दमोह मार्ग पर बकरियों से भरा ट्रक सड़क पर घूम रहे गोवंश को कुचलने की घटना में छह गोवंश की मौत हो गई थी। इससे पहले भी कई दुर्घटनाएं इसी तरह के मामलों में सामने आई हैं। बरसात के मौसम के समाप्त होने तक, गोवंश की सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
पंचायतों को बाड़े बनाने के निर्देश
जिला पंचायत सीईओ ने सभी जनपद सीईओ को निर्देशित किया है कि यदि पंचायतों के पास गोशालाएं नहीं हैं, तो वे सुरक्षित और जल्दी सूखने वाले स्थानों पर बाड़े बनाएं। इन बाड़ों में चारे और पानी की व्यवस्था की जाएगी। पंचायतें अस्थायी कर्मचारियों की नियुक्ति भी कर सकती हैं ताकि गोवंश की निगरानी की जा सके। इसके अतिरिक्त, जो पशु मालिक अपने मवेशी सड़कों पर छोड़ेंगे, उन पर जुर्माना लगाया जाएगा।
टोल नाका कर्मचारियों की मदद
सागर कमिश्नर द्वारा 21 अगस्त को जारी पत्र में राजमार्गों और मुख्य मार्गों पर गोवंश हटाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए ग्राम पंचायतों, नगरीय निकायों और टोल नाका कर्मचारियों से सहयोग लिया जाएगा। टोल नाका कर्मचारियों का उपयोग और उनके वाहनों की मदद भी की जाएगी।