अस्पताल में तड़पती महिला
दमोह में मरीज को समय पर अस्पताल पहुंचाने वाली 108 एंबुलेंस सुविधा का लाभ समय पर नहीं मिल पा रहा है। जिले के जबेरा स्वास्थ्य केंद्र से इसी प्रकार का मामला सामने आया है। जहां एक महिला के सीने में दर्द होने पर डॉक्टरों ने उसे जबलपुर रेफर किया था, लेकिन महिला को तीन घंटे तक 108 एंबुलेंस नहीं मिल पाई और वह अस्पताल में दर्द से तड़पती रही। मामले में अधिकारियों ने जांच की बात कही है।
जबेरा ब्लॉक अंतर्गत आने वाले डेलनखेड़ा गांव निवासी देवकी पति आकाश आदिवासी को सीने में दर्द होने पर परिजन शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जबेरा लेकर पहुंचे। जहां महिला की स्थिति गंभीर होने पर डॉक्टर ने उसे जबलपुर रेफर किया और परिजनों ने 108 एंबुलेंस को फोन लगाया, लेकिन तीन घंटे तक वाहन नहीं पहुंचा। तब तक महिला ऑक्सीजन लगाए तड़पती रही। सीने में दर्द से पीड़ित महिला देवकी की बहन कुंवर बाई आदिवासी ने बताया कि अपनी बहन को सीने में दर्द और हाथ-पैर सुन्न होने पर जबेरा स्वास्थ्य केंद्र लाए थे। जहां अधिक तकलीफ होने की वजह से डॉक्टर ने उसे जबलपुर रेफर किया था, लेकिन तीन घंटे इंतजार के बाद भी एंबुलेंस नहीं आई और बहन दर्द से कराहती रही। तीन घंटे बाद एंबुलेंस आई, तब जाकर बहन को लेकर जबलपुर पहुंचे।
जबेरा स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. अभिषेक मोदी का कहना है कि आशा कार्यकर्ता महिला को लेकर स्वास्थ्य केंद्र आई थी। उनका हीमोग्लोबिन कम था, इसलिए उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद जबलपुर के लिए रेफर कर दिया गया था। एंबुलेंस के लिए कॉल किया गया और कॉल अटेंडर ने बताया कि एंबुलेंस अभी खाली नहीं है, दूसरी जगह से गाड़ी आई है, इसलिए एंबुलेंस आने में समय लग गया। महिला को दूसरी एंबुलेंस से जबलपुर भेजा गया है।
सीएमएचओ डॉ. मुकेश जैन का कहना है कि एंबुलेंस तत्काल मिलनी चाहिए। यदि एंबुलेंस उपलब्ध नहीं है, तो मरीज को सूचित करके दूसरी एंबुलेंस उपलब्ध करानी चाहिए। वह इस मामले में जानकारी लेंगे।