थाने में खड़ा पुलिस वाहन
दमोह जिले के तेंदूखेड़ा अनुविभाग अंतर्गत आने वाले तारादेही थाना की पुलिस कंडम वाहनों के भरोसे है। वाहनों की हालत ऐसी है कि ब्रेक लगाओ तो 100 मीटर दूर जाकर रुकता है। जिससे आए दिन हादसे भी होते रहते हैं। वाहन के कंडम होने के कारण पुलिस किसी घटना स्थल पर भी समय पर नहीं पहुंच पाती। पिछले दिनों इसी वाहन की टक्कर से एक सरपंच की भी मौत हो गई थी, जिसके बाद कुछ पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई कर दी गई। लेकिन, विभाग के अधिकारी इन कंडम वाहनों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे। कहने को तो तारादेही थाने में दो वाहन हैं, लेकिन दोनों चलने लायक नहीं है। हालांकि, पुलिस इन्हीं वाहनों के भरोसे है।
हादसे के बाद भी लगा वाहन
तारादेही पुलिस थाने में जो बुलेरो वाहन है वह लगभग बीस वर्ष पुराना बताया जाता है। जिसकी कागजों में भी समय सीमा खत्म हो चुकी है। यह वाहन जब सड़क पर चलता है तो लोग इसको देखकर खुद दूर हो जाते हैं। क्योंकि, वाहन में लगे पहिए बैलगाड़ी की तरह चलते हैंl ब्रेक भी समय पर नहीं लगते, थोड़ी तेज रफ्तार में वाहन बहकने लगता है। इसी वजह से कई जगह वाहन हादसे का शिकार होने से बचा है। उसके बाद मुरला गांव के समीप एक घटना हो गई, जिसमें एक व्यक्ति की जान चली गई। उसके बाद भी यह वाहन नहीं बदला गया और पुनः सेवाएं देने तारादेही थाने पहुंच गया।
बिना पहिए के खड़ी डायल 100
तारादेही पुलिस को भ्रमण और आवागमन के लिए जो वाहन दिया गया है वह कंडम अवस्था में पहुंच गया है। वहीं, दूसरा डायल 100 वाहन तारादेही थाने के लिए अधिकृत किया गया है, उसकी सेवाएं भी पूरी तरह ठप हैं। क्योंकि वाहन में पहिए ही नहीं है। थाना परिसर में यह वाहन बिना पहिए के खड़ा हुआ है। तारादेही के लोगों ने बताया कि यदि क्षेत्र में कोई समस्या या घटना हो जाती है तो मदद के लिए पहुंचने वाली डायल 100 बिना पहिए के खड़ा है, इसलिए इस वाहन की भी सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। डायल 100 पर यदि कोई जानकारी देते हैं तो घंटों बाद तेंदूखेड़ा की डायल 100 आती है और वह भी अनेक जगह तो पहुंचती ही नहीं है।
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले वर्ष भी बोलेरो वाहन एक नदी में उतर गया था। उस समय थाना प्रभारी भी सवार थे, नदी में पानी नहीं होने के कारण सभी सुरक्षित बच गए थे। कुछ दिन पूर्व बांसी ब गांव में दो पक्षों में विवाद हो गया था। रात के समय तारादेही पुलिस का वाहन घायल महिला को लेकर तेंदूखेड़ा आया था। जहां चालक ने तिराहे पर वाहन को काबू करने ब्रेक लगाये, लेकिन ब्रेक नहीं लगे थे। गनीमत यह रही कि मार्ग पर कोई नहीं था इसलिए कोई हादसा नहीं हुआ, लेकिन दूसरे ही दिन चौरई के पास मवेशियों को इसी वाहन से टक्कर लग गई थी, क्योंकि वहां भी ब्रेक नहीं लगे थे। इस वाहन को चालाने बाले प्राइवेट चालकों की मानें तो वाहन पूरी तरह कंडम हो गया है। इसलिए कोई इसे चलाने के लिए भी तैयार नहीं हो रहा है।
कैसे देगे फालो
जब विधयाक मंत्री और वीआईपी लोगों को पुलिस फालो देती है तो आगे पुलिस का वाहन होता है। यदि, इस वाहन से पुलिस फालो देगी तो इससे नुकसान हो सकता है। तारादेही के थाना प्रभारी राजीव परोहित का कहना है डायल 100 वाहन में पहिए नहीं है, इसकी जानकारी भेजी जा चुकी है। थाने में वाहन पुराना है, अभी उसका सुधार कराया गया है। पुलिस वाहनों का मेंटीनेंस देखने वाले विजय अहिरवार का कहना है तारादेही थाने का वाहन पुराना तो हो गया है, लेकिन विभाग के अनुसार अभी कंडम नहीं है। कुछ खराबी आने पर सुधार भी कराया गया है। पीएचक्यू से जब नए वाहन आएंगे तो थानों को वाहन उपलब्ध होंगे। एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी ने कहा कि वह जानकारी जुटाएं कि जिले में ओर किन थानों में वाहन पुराने हो गए हैं।