नर्सिंग कॉलेज में लगी भीड़
मध्य प्रदेश में हुए नर्सिंग कॉलेज घोटाले की जांच के सिलसिले में सीबीआई की टीम यहां पहुंची थी। महत्वपूर्ण यह है कि सीबीआई टीम सुबह 10 बजे जांच के लिए पहुंची थी, लेकिन स्थानीय पुलिस अधिकारियों को इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई। रात करीब 11:30 बजे, जब मीडिया का जमावड़ा नर्सिंग कॉलेज के पास हुआ, तब सीएसपी अभिषेक तिवारी मौके पर पहुंचे और कैंपस में मौजूद सीबीआई अधिकारियों से जानकारी जुटाई। डॉ. अजय लाल के खिलाफ गंभीर आरोपों और नर्सिंग कॉलेज में हुई अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में सीबीआई की सक्रियता ने इस मामले को और गंभीर बना दिया है। जांच के परिणामों पर सभी की नजरें टिकी हैं।
डॉ. अजय लाल, जो दमोह के एक निजी अस्पताल और नर्सिंग कॉलेज के संचालक हैं, पर हाल ही में दमोह पुलिस ने मानव तस्करी का मामला दर्ज किया है। एफआईआर की प्रक्रिया के दौरान पुलिस ने उन्हें नजरबंद कर रखा था, लेकिन एफआईआर दर्ज होने के बाद, जब पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची, तो वह गायब हो चुके थे। पुलिस ने घेराबंदी भी की थी, लेकिन वह चकमा देकर निकलने में सफल रहे। इसके बाद डॉ. लाल ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर अपनी गिरफ्तारी पर रोक की मांग की, जिसमें न्यायाधीश ने अस्थायी तौर पर गिरफ्तारी पर रोक लगा दी। इस बीच, डॉ. अजय लाल ने दिल्ली एयरपोर्ट से अमेरिका जाने की कोशिश की, लेकिन दमोह एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी द्वारा जारी लुकआउट नोटिस के चलते उन्हें विदेश जाने से रोक दिया गया और उन्हें वापस भेज दिया गया।
सीबीआई की जांच और स्थानीय पुलिस
सीएसपी अभिषेक तिवारी ने बताया कि नर्सिंग कॉलेज घोटाले की जांच के संबंध में हाईकोर्ट के आदेश पर भोपाल से सीबीआई की टीम सुबह 10 बजे दमोह पहुंची थी। टीम में कुछ स्थानीय पटवारी और एक जज भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन को इस जांच की जानकारी दी गई थी, लेकिन पुलिस को इसकी सूचना नहीं थी। सीबीआई टीम द्वारा नर्सिंग कॉलेज के दस्तावेजों की जांच की जा रही है। सीबीआई अधिकारियों ने मीडिया से दूरी बना रखी है, इसलिए उनका कोई बयान सामने नहीं आ सका है।