पीसीसी में बैठक के बाद
अमरवाड़ा के बाद अब बुधनी विधानसभा उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने तैयारी तेज कर दी है इसे लेकर शुक्रवार को पीसीसी में बैठक भी रखी गई जिसमें बुधनी विधानसभा उपचुनाव के प्रभारी पूर्व मंत्री और विधायक जयवर्धन सिंह के साथ पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने रणनीति बनाई। हालांकि अभी तक चुनाव की तारीख जारी नहीं की है। लेकिन कांग्रेस ने बुधनी विधानसभा चुनाव को लेकर दो प्रभारी की नियुक्ति कर दी है। जिसमें विधायक जयवर्धन सिंह और पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल का नाम शामिल है।
बुधनी विधानसभा कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती
बैठक के बाद जयवर्धन सिंह ने कहा कि बुधनी विधानसभा उपचुनाव को लेकर मुझे जिम्मेदारी मिली है। बुधनी विधानसभा कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती है। शिवराज सिंह चौहान 17 साल से वहीं से विधायक बनकर आते हैं, लोकसभा और विधानसभा चुनाव के परिणाम चिंता जनक रहे है। चुनाव की तारीख भले ही घोषित न की गई हो लेकिन हम पूरे दमखम से अपनी तैयारी में जुटे है। बुधनी विधानसभा के सभी लगभग 363 के बूथ को मजबूत करना ही हमारा लक्ष्य है। बुधनी विधानसभा के सभी कार्यकर्ताओं, पदाधिकारी, पूर्व जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर करे हैं। जमीनी स्तर पर लोगों से संवाद कर पॉलिसी बनाएंगे। शिवराज सिंह चौहान के पुत्र कार्तिकेय की टिकट की अटकलों पर कहा कि बुधनी विधानसभा में बीजेपी के 10 से 12 उम्मीदवार की जानकारी कांग्रेस के पास है। उनके परिवार में टिकट मिलता है या नहीं इस मामले पर मुझे कुछ नहीं कहना है।
शिवराज सिंह के सांसद बनने से खाली हुई सीट
गैरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बुधनी विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद यह सीट रिक्त हो गई है। जिसकी वजह से इस सीट पर दोबारा चुनाव हो रहा है। यही वजह है कि कांग्रेस किस सीट को बहुत अहम मान रही है कांग्रेस के लिए यह सीट जीतना बहुत ही मुश्किल रहेगा। इधर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं समेत जनप्रतिनिधियों की बैठक हुई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, बुधनी विधानसभा उपचुनाव प्रभारी जयवर्धन सिंह ने बैठक में आगामी रणनीति पर चर्चा की। मुद्दों समेत ग्राउंड जीरो पर उतारने के लिए रोड मैप तैयार किया गया है।
इस सीट पर भी होगा उप चुनाव
जानकारी के अनुसार जल्द ही विजयपुर विधानसभा सीट पर भी चुनाव करवाया जाएगा। इस सीट से विधायक रामनिवास रावत ने भी विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में आगामी 6 महीनों के अंदर चुनाव होने की संभावना जताई जा रही है। तो वही बीना विधानसभा सीट पर भी चुनाव जल्द होने का अनुमान लगाया जा रहा है। हालांकि अभी तक निर्मला सप्रे विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया है। बता दें कि निर्मला सप्रे हाल ही में कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुई है।
शिवराज सिंह ने अपने गृह क्षेत्र बुधनी में नहीं किया कोई विकास
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि हाल ही में विधानसभा की सीट रक्त हुई है जहां उपचुनाव होना है भारतीय जनता पार्टी इस सीट को जीतने के लिए साम दाम दंड भेद से बुधनी सीट जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक देगी। 18 साल मुख्यमंत्री रहने के बाद भी शिवराज सिंह ने अपने गृह क्षेत्र बुधनी में कोई विकास नहीं किया है। क्षेत्र का हर वर्ग परेशान है, किसान हो, मजदूर हो, महिलाएं हो, युवा हो सभी के साथ प्रदेश की भाजपा सरकार ने धोखा किया है। प्रदेश में कर्ज, क्राईम और करप्शन की सरकार चल रही है।
एकजुटता के साथ करना होगा काम
पटवारी ने कहा कि हम सभी को एकजुटता के साथ काम करना है और जो भी प्रत्याशी चुनाव लड़े उसे पूरी ताकत के साथ विजयी बनाना है। पटवारी के साथ, पूर्व मंत्री वरिष्ठ नेता राजकुमार पटेल, बुधनी विधानसभा उपचुनाव के लिए नियुक्त प्रभारी पूर्व मंत्री द्वारा जयवर्धन सिंह और पूर्व विधायक, मप्र कांग्रेस के प्रवक्ता शैलेंद्र पटेल ने भी बुदनी के नेताओं के साथ चर्चा कर योग्य प्रत्याशी चुने जाने पर कांग्रेसजनों के बीच रायसुमारी की।
इस अवसर पर बुधनी विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी विक्रम मस्ताल, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आनंद जाट, महेश राजपूत, धर्मेन्द्र चौहान, कमलेश यादव, अजय पटेल, देवीसिंह थौराल, अर्जुन आर्य, प्रेमनारायण गुप्ता, राजेन्द्र यादव, बहादुर सिंह और चंदर मीणा, मण्डलम, सेक्टर प्रभारी सहित बुधनी के वरिष्ठ स्थानीय नेता, सक्रिय कार्यकर्ता उपस्थित थे।